उर्गम घाटी में 28 वां गौरा देवी पर्यावरण प्रकृति पर्यटन विकास मेला 5 जून को शुरू होगा। ज्योर्तिमठ जनदेश सामाजिक संगठन के द्वारा 1997 98 के दशक से पंच केदार के पंचम केदार श्री कल्पेश्वर और पंच बद्री के पंचम बद्री श्री ध्यान बद्री कल्प क्षेत्र उर्गम घाटी से विश्व प्रसिद्ध चिपको आंदोलन की जननी गौरा देवी की स्मृति में हर वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून व 6 जून को उर्गम घाटी में दो दिवसीय गौरा देवी पर्यावरण एवं प्रकृति पर्यटन विकास मेला का आयोजन किया जाता रहा है । मेला में स्थानीय ग्रामीण शिक्षण संस्थाओं के साथ मिलकर संपन्न होता है मेले में जहां स्थानीय लोग अपनी संस्कृति पर्यावरण लोक जीवन पर आधारित शानदार प्रस्तुतियां देते हैं वहीं लोगों का इस मेला आयोजन का बड़ा इंतजार रहता है इस मेले में देश-विदेश के आज तक हजारों की संख्या में लोग पहुंच चुके हैं मेले का मुख्य आकर्षण कल्प क्षेत्र की संस्कृति खान-पान पहनावा एवं यहां की बोली भाषा और गौरा देवी के द्वारा प्रकृति संरक्षण में किये। गये योगदान को याद किया जाता है उनके द्वारा और स्वर्गीय गोविंद सिंह रावत के नेतृत्व में गौरा देवी के द्वारा 30 से अधिक महिलाओं के साथ मिलकर रेणी के जंगल को बचाने के लिए 1973 1974 के दशक में जो काम किया गया अपने संसाधनों को बचाने के लिए पेड़ों पर चिपक गये थे उसी प्रेरणा को जन-जन तक पहुंचाने के लिए यह आयोजन किया जाता है राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर गौरा देवी पर्यावरण एवं प्रकृति पर्यटन विकास मेले की पहचान बन चुकी है मेले को उच्च स्तर पर पहुंचाने के लिए सामाजिक कार्यकर्ता जनदेश के सचिव लक्ष्मण सिंह नेगी का अहम योगदान है। प्रतिवर्ष विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने वाले लोगों को प्रतिष्ठित गौरा देवी सम्मान से सम्मानित किया जाता है। इस मेले में प्रख्यात समाजसेवी राधा बहन सच्चिदानंद भारती, जगत सिंह जंगली, मैती आंदोलन के कल्याण सिंह रावत, समलौण आंदोलन के वीरेंद्र गोदियाल सहित कई हस्तियां सम्मानित हो चुकी है इस वर्ष भी 14 लोगों को यह सम्मान दिया जाएगा जो उत्तराखंड में विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहे हैं। मेले में उत्तराखंड विधानसभा की अध्यक्ष रितु खंडूरी भूषण मुख्य अतिथि होगी उनके साथ बद्रीनाथ विधानसभा के बद्रीनाथ की विधायक लखपत बुटोला राजेंद्र सिंह भंडारी आदि लोग इस कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे।