सत्यपाल नेगी/रुद्रप्रयाग
जनपद रुद्रप्रयाग की ग्राम सभा रायडी में लोग बंदरों के आतंक से परेशान तो है ही, लेकिन अब जंगली सुअरों ने भी दस्तक दे दी है। आपको बता दें कि जैसे ही ग्रामीणों की फसलें तैयार होने लगी है, वैसे ही सूअरों की बड़ी.बड़ी टोलियां खेतों में फसलों को बर्वाद करने लग गई हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि पहले ही हम लोग बंदरों के आतंक से बड़े परेशान है। जहाँ बन्दर घरों के आंगन में लगी साग.सब्जियों को नहीं होने दे रहे हैं, वहीं घरों की छतों से लेकर आम लोगों पर भी बन्दर झपट रहे हैं।
ग्राम प्रधान सुषमा रौथाण ने बताया कि हमने जिलाधिकारी व वन विभाग को कई बार पत्र के माध्यम से गाँव में अनावश्यक पेड़ों की छटाई.कटाई की माँग की थी, ताकि बन्दर आसानी से पेड़ो पर ना बैठ सकें, और बन्दर गाँव के बीच ना आ पायें, मगर अभी तक कोई सकारात्मक कार्यवाही नहीं हुई।
प्रधान सुषमा रौथाण एंव ग्रामीणों का कहना है कि अभी तक बंदरों के आतंक को झेल रहे थे, मगर अब जैसे ही ग्रामीणों की बहु कीमती फसल तैयार होने लगी तो अब जंगली सुअरों का आतंक भी हमारे ऊपर बढ़ता जा रहा है।
सुअरों ने भी कई परिवारो की खड़ी फसल बर्बाद कर दी हैए गांव वाले रात.रात भर खेत में जा के सुअरो को भगा रहे है ऐसे में कल के दिन जंगली खतरनाक सुअर किसी महिलाएबच्चोएव कृषको पर हमला भी कर सकते है साथ ही जान माल की हानि भी हो सकती है।इससे पहले जिला प्रशासन व वन विभागीय अधीकारी उचित समाधान करने मे ग्रामीणों की मदद करें।
सरकार एक तरफ पलायन को रोकने के लिए बड़ी.बड़ी मुहिम चला रही है ओर लोगों को कृषि.बागवानीएखेती करके स्वरोजगार के लिए जागरूक करने मे लगी हैएतो वहीं दूसरी तरफ लोग बंदरों और जंगली सूअरो से इतने परेशान है कि खेती कृषि करने से मोह त्यागने को मजबूर है।
ऐसे में आम गरीबों व मेहनती कृषक चारों तरफ से मारा जा रहा है। ऐसी स्थिति में आदमी पलायन नहीं करेगा तो क्या करेगा, पेट पालने के लिए पलायन तो करना पड़ेगा। हम सभी ग्राम सभा रायडी की जनता सरकार से निवेदन करती है जल्द से जल्द बंदर और सुवरो के लिए जाल बिछाई जाये ताकि गरीब आदमी अपनी दो वक्त की रोटी सकून से खा सके।प्रधान रायडी सुषमा रौथाण ने बताया कि जनपद में सबसे ज्यादा सिंचाई भूमि रायडी ग्राम सभा मे है यही हालात रहे तो लोग खेतीक्रना छोड़ देगेएपूरी सिंचाई वाली कृषि भूमि बंजर पड जायेगी।