फोटो- हेमकुंड साहिब-लोकपाल व फूलों की घाटी का मुख्य पडाव घाॅघरयिा।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। आपदा पीडित भ्यॅूडार के ग्रामीणों पर अब घाॅधरिया से बेदखली की तलवार लटकी। वन महकमे ने प्रबंधक गुरूद्वारा सहित कुल 49 लोगो को बेदखली का नोटिस थमाया। मुख्य सचिव के दरबार मे मामला पंहुचा।
हेमकुंड साहिब-लोकपाल व विश्व धरोहर फूलो की घाटी के मुख्य पडाव घाॅधरिया में व्यवसाय कर गुजर बसर करने वाले आपदा पीडित भ्यॅूडार के ग्रामीणों पर अब बेदखली की तलवार लटक गई हैं। दरसअल किसी संस्था द्वारा पूर्व मे घाॅधरियाॅ मे अतिक्रमण को लेकर उच्च न्यायायल मे याचिका दायर की थी। जिसके अनुपाल मे वन महकमे ने गत वर्ष मार्च महीने मे पहले नोटिस जारी किया और बाद मे नंवबर महीने मे उप वन संरक्षक नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क के न्यायालय स्तर से सभी 49लोगो को बेदखली का नोटिस थमा दिया गया। जिससे परेशान ग्रामीणो ने जोशीमठ पंहुचे मुख्य मंत्री त्रिवेन्द्र रावत से भी मुलाकार कर मदद की गुहार लगाई।
बेदखली के नोटिस से पेरशान आपदा पीडित ग्रामीणों ने सूबे के मुख्य सचिव से भी भेंट कर आपबीती सुनाई जिसे मुख्य सचिव ने गंभीरता से लेते हुए वन सचिव व फारेस्ट चीफ को तलब कर मामले का कोई सकारात्मक हल निकालने के निर्देश दिए। ग्रामीणो की ओर से वन सचिव को भी पत्र दिया गया है। हाॅलाकि सूबे मे वर्ष 1960 के बाद भूमि बंदोबस्त किए जाने का निर्णय त्रिवेन्द्र सरकार द्वारा लिया जा चुका है। लेकिन इसमे अभी समय लग सकता है। तब तक किसी भी तरह पर्यटन के मुख्य केन्द्र घाॅधरिया मे किसी प्रकार का हस्तक्षेप न हो इस पर उच्च स्तर पर विचार विमर्श श्ुारू हो गया है।
वर्ष 2013 की भीषण आपदा मे भ्यूॅडार व पुलना गाॅव पूरी तरह से आपदा की भेंट चढ गया था। और यहाॅ के सैकडो परिवार जोशीमठ व आस-पास के क्षेत्रो मे महीनो तक प्रवास करते रहे। इन लोगो की एक आस थी कि कुदरत ने उनके ब्यवसाय व रोजी-रोटी के एक मात्र केन्द्र घाॅधरियाॅ को बख्स दिया है। लेकिन अब वहाॅ से भी बेदखली के नोटिस के बाद ग्रामीण बेहद दुखी व परेशान हो चले हैं। वास्तव मे घाॅधरिया के चार महीने के पर्यटन व तीर्थाटन ब्यवसाय पर ही इनके परिवारो का वर्षभर भरण-पोषण होता हैं। यदि यहाॅ से भी इन पर बेदखली का दबाव बनता है तो इनके पास पलायन के अलावा कोई रास्ता नही बचेगा और पलायन के बाद भी रोजी-रोटी का क्या होगा इसे लेकर भी ग्रामीण काफी चिंतित है।
ग्रामीणो को उम्मीद है कि मुख्य सचिव स्तर पर मामला पंहुचने के बाद अवश्य ही कोई न कोई मार्ग निकल सकेगा और वे बेदखली से बच सकेगे।
संपर्क करने पर फूलो की घाटी रैंज के रैंज आफीसर बृजमोहन ने बताया कि उप वन संरक्षक द्वारा जारी बेदखली के नोटिस को सभी लोगो से तामील करा दिया गया है। आगे शासन को जो भी निर्देश होगे उसी के अनुरूप कार्यवाही की जाऐगी।