रिपोर्टर-प्रियांशु सक्सेना
डोईवाला। सामुदायिक स्वास्थ केंद्र एवं चिकित्सालय को निजी हॉस्पिटल से अनुबंध समाप्त करने की मांग को लेकर चल रहा उत्तराखंड क्रांति दल का आंदोलन हुआ उग्र।
यूकेडी की तमाम आंदोलनकारी महिलाएं अस्पताल को पीपीपी मोड से मुक्तिदिलाने के लिए सरकारी अस्पताल की बिल्डिंग पर चढ़ गई और वह से खुदने का प्रयत्न करने लगी कहा देहरादून में बैठी धामी सरकार की हठधर्मिता के कारण मजबूर होकर उठाया हमने कदम।
डोईवाला के सी ओ और कोतवाली पुलिस भारी संख्या बल में मौके पर पहुंची और बहुत ही कठिन प्रयासों के बाद आंदोलनकारियों को मनाकर बिल्डिंग से उतारने में सफल हुई, लेकिन यूकेडी के कार्यकर्ताओं द्वारा पुलिस को कड़ी चेतावनी दी गई है कि अगर इसका अनुबंध निरस्त नहीं किया गया तो उनके द्वारा इससे भी घातक कुछ और किया जा सकता है जिसकी जिम्मेदार सरकार होगी।
उत्तराखंड क्रांति दल द्वारा बीते 1 महीने से अस्पताल का निजीकरण रद्द करने को लेकर आंदोलन चल रहा है। लेकिन एक महीना होने के बावजूद भी प्रशासन द्वारा कोई संज्ञान नहीं लिए जाने पर उत्तराखंड क्रांति दल की आक्रोशित महिलाओं को जब कोई रास्ता दिखाई ना दिया तो अपनी बात मनवाने हेतु अस्पताल की छत पर चढ़कर आत्महत्या करने की कोशिश की।
बता दें कि अब तक यूकेडी की ओर दो बार आमरण अनशन पर बैठे अनशनकारियों को पुलिस प्रशासन द्वारा रात के अंधेरे में धरना स्थल से उठाकर देहरादून अस्पताल में जबरन भर्ती कराया गया।