गैरसैंण। ब्लाक के दूरस्थ गांव स्यूंणी मल्ली में 35 वर्षों बाद खांकर महादेव की अराधना में पारंपरिक रीति नीति से तीन दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन किया जा रहा है। इसकी जानकारी देते हुए ग्राम स्यूंणी मल्ली के आयोजकों ने बताया कि 10 दिसम्बर से 12 दिसम्बर तक खांकर महादेव जागरण ग्रामीणों की पारम्परिक बोली में इसे ठाठ कहा जाता है आयोजन में भूमिया पूजन, व्यास गंगा पूजन व देव स्नान, कृषि यंत्रों व अनाजों का पूजन, दूध, मक्खन का पूजन, भजन कीर्तन, हीत , बिन्सर आदि अराध्य देवी देवताओं का आह्वान कर रात्रि जागरण के साथ साथ अतिथियों के स्वागत सम्मान में भोज ,भण्डारा, और अन्तिम दिन पौराणिक खांकरा मन्दिर खांकरडाल की जात्रा , पूजा अर्चना गौ माता की पूजा और गौदान ,हवन एवं शान्ति पूजा के बाद प्रसाद वितरण के साथ ही विशाल भण्डारे का आयोजन किया गया है।
सामाजिक कार्यकर्ता जसवन्त बिष्ट, जमन सिंह देवेन्द्र बली, कुन्दन , आदि ने कहा कि इस आयोजन के अवसर पर लाभ लेने के लिए धियांणियों व ईष्ट मित्रों को आमंत्रण कर दिया गया साथ ही सार्वजनिक न्यौता भी
समूचे समाज को भेज दिया गया है।