फोटो- योग गुरू बाबा रामदेव को स्मृति चिन्ह भेंट करते आईटीबीपी के द्वितीय कमान अधिकारी अरूण रौथाण साथ मे केवी के प्रचार्य मंयक शर्मा।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। बाबा रामेदव व आचार्य बालकृष्ण ने आईटीबीपी के हिमबीरो को योग की शिक्षा दी। औली में योगाभ्यास कराया तो प्रथम वाहिनी मे जवानो व केन्द्रीय विद्यालय के बच्चो को योग के माध्यम से स्वस्थ रहने की सलाह दी।
औली मे शाही शादी मे शामिल होने पंहुचे योग गुरू बाबा रामदेव ने पर्वतारोहण एव स्कीइंग संस्थान आईटीबीपी औली के हिमबीरो को योगाभ्यास कराया। शादी समारोह के मंच के समीप ही योग गुरू ने हिमबीरो के सांथ योगाभ्यास किया।
औली मे शादी समारोह संपन्न होने के उपरांत अपरान्ह तीन बजे बाबा रामदेव परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद महाराज व आचार्य बाल कृष्ण के साथ आईटीबीपी की प्रथम वाहिनी सुनील पंहुचे। यहाॅ आईटीबीपी के हिमबीरो व केन्द्रीय विद्यालय के छात्रो व शिक्षको ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
आईटीबीपी के शैलजा हाॅल मे केन्द्रीय विद्यालय के प्राचार्य मंयक शर्मा के संचालन मे हुए स्वागत समारोह को संबोधित करते हुए बाबा रामदेव ने कहा राष्ट्र की सैनिको का मजबूत व स्वस्थ होना चाहिए। कहा कि सीमाओ की सुरक्षा मे आईटीबीपी के हिमबीर वर्षभर बर्फ मे तैनात रहते है। नियमित योगाभ्यास उन्है और मजबूत करेगा। हिमबीरो व बच्चो को प्रेरित करते हुए योग गुरू ने शारीरिक, मानसिक व अध्यात्मिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए नियमित योगाभ्यास का आवहान किया।
स्वामी चिंदानंद महाराज ने कैलाश मानसरोवर यात्रा मे आईटीबीपी के हिमबीरो के कौशल की सराहना करते हुए कहा कि हिमबीरो की मुस्तैदी से कैलाश मानसरोवर यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालु स्वयं को सुरक्षित महसूस करते है।
इस मौके पर प्रथम वाहिनी आईटीबीपी के द्वितीय कमान अधिकारी अरूण रौथाण , प्राचार्य मंयक शर्मा के अलावा आईटीबीपी के अधिकारी, अधीनस्थ अधिकारी व हिमबीरो के अलावा केन्द्रीय विद्यायल के शिक्षक व छात्र मौजूद थे। केंन्द्रीय विद्यालय व प्रथम वाहिनी द्वारा योग गुरू बाबा रामदेव व स्वामी चिदानंद महाराज को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।