फोटो-बर्फ के बीच पंरपराओं का निर्वहन करती युवा पीढी।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। बर्फ में नगे पांव चलकर परंपराओं का निर्वहन कर रहे हैं युवा। जाख देवता के भ्रमण में नई पीढी बडे उत्साह से भाग ले रही है।
जोशीमठ के जाख देवता इन दिनो नगर भ्रमण पर निकले है। सत्रह दिवसीय नगर भ्रमण कार्यक्रम के दौरान जाख देवता नगर के विभिन्न मौहल्लों मे जाकर भक्तो की भेंट स्वीकार कर आर्शीबाद दे रहे है। कार्यक्रम के पाॅचवे दिवस जाख देवता ने नृसिंह मंदिर गाॅव व आस-पास भ्रमण कर भेंट ली। इस दौरान युवावों ने गाॅव के विभिन्न स्थानों मे जाख देवता का नृत्य कराकर भेंट वसूली कर रहे है।
जोशीमठ के जाख देवता मार्गशीर्ष दो गते याने 16जनवरी को भ्रमण के लिए अपने मूल स्थान से बहार निकले थे। और सत्रह दिनो तक नगर भ्रमण कर अगले दिवस प्रात अपने मूमल सथान पर विराजित हो जोएगे। इस दौरान जाख देवता का पहला कार्यक्रम गंगा दर्शन का होता है। इसके बाद नृसिंह मंदिर मठागंण व अगले दिवस नृसिंह मंदिर गाॅॅव मारवाडी, भेटीधार, मानणी, रामकनुडा ,सिंहधार व खराधार, गोखुरा जंगलात, मनोहर बाग, भैना , सुनील, ज्योर्तिमठ, अपर बाजार,टीसीपी बाजार, खडकुला, नोग,चैडारी, डाडौं, छावनी बाजार, धारकोट, घावडी डीप आदि क्षेत्रों मे भ्रमण करेगा।
जाख भ्रमण कार्यक्रम मे युवा पीढी बडे ही उत्साह के साथ भाग ले रही हैं नंगे पाव व धोती पहन कर बर्फ मे विभिन्न क्षेत्रों मे पंहुचकर जाख देवता का नृत्य करा रहे है। युवा टीम के मार्गदर्शक के रूप मे सतीश भटट, विराज विष्ट व सरजीत राणा तथा गोविंद प्रसाद भटट अपनी सेवाएं दे रहे है तो युवा कैलाश भटट, सूरज नंबूरी, सिद्धार्थ, राघव, हिमांशु, वैभव भटट, मंयक राणा व अजय रतूडी, नितिन सेमवाल आदि नंगे पाव ही जाख देवता को नगर के विभिन्न क्षेत्रों मे भ्रमण करा रहे है।