उत्तराखंड में बागेश्वर जिले के बिमोला गांव में मकान की छत गिर जाने से पति पत्नी बुरी तरह घायल हो गए। परिवार में दो बच्चे भी मलवे में दब गए थे लेकिन मां-बाप ने बच्चों को सीने से चिपका लिया और सारा मलबा अपने ऊपर गिर जाने दिया। बच्चों को तो खरोच तक नहीं आई लेकिन दोनों पति-पत्नी बुरी तरह घायल हो गए, यहां सीएचसी बैजनाथ में फिलहाल उनका इलाज चल रहा है।
दरअसल, सोमवार देर रात बिमोला गांव निवासी मनोज कुमार, अपनी पत्नी माया देवी, बेटी दीपांशी और सोलह दिन के हर्षित के साथ गहरी नींद में सो रहे थे। सुबह के समय अचानक ही छत ऊपर गिरने लगी ऐसे में मनोज कुमार, और उनकी पत्नी माया देवी ने बच्चों को सीने में छुपा लिया जिससे सारा मलवा दोनों के ऊपर जा गिरा।
शोर सुनकर बगल के कमरे में सोये मनोज के रिश्तेदार राजवीर और सास नंदी देवी ने 15 मिनट की मशक्कत के बाद उन्हें बाहर निकाला। घायल मनोज और उसकी पत्नी ने बच्चों को सीने पर लगाया हुआ था। छोटा बेटा 16 दिन का है और बेटी तीन साल की है।
ग्रामीण सभी को मोहन सिंह मेहता सीएचसी बैजनाथ लाए, जहां दंपति का उपचार किया गया। डाक्टरों के अनुसार मासूमों को किसी प्रकार की चोट नहीं लगी है। क्षेत्रीय पटवारी ने बताया ने बताया कि दो कमरों के इस मकान में एक कमरा पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है। डीएम रंजना राजगुरु को भी घटना की जानकारी दी गई। साथ ही लोगों ने गरीब मनोज को सरकार द्वारा मुख्ममंत्री राहत कोष से मदद करने की अपील की है।













