देहरादून। प्रतियोगी परीक्षाओं में धांधली को रोकने के लिए अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आन लाइन परीक्षाओं की शुरूआत की गई है। माना जा रहा है कि जिस तरह की धांधली अब तक हुई है, आन लाइन परीक्षाएं उन पर रोक लगाने में सफल साबित होंगी। हालांकि कहा जाता है कि शातिर का दिमाग सरकारी तामझाम से एक कदम आगे चलता है, वह हर परिस्थिति में धांधली का रास्ता निकाल लेते हैं।
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग पिछली कई परीक्षाओं में पेपर लीक होने से लेकर ब्लूटूथ से नकल कराने की धांधली सामने आई है। कुछ मामलों में तो केंद्र व्यवस्थापक तक धांधली में शामिल पाए गए हैं। इन सभी धांधलियों पर प्रतिबंध लगाने के लिए आयोग ने आन लाइन परीक्षाएं आयोजित करने का निर्णय लिया था। जिसमें परीक्षा केंद्रों तक पेपर ले जाने का झंझट नहीं होगा।
आन लाइन परीक्षा के तहत 19 दिसंबर 2020 को पहली पारी सुबह साढ़े नौ बजे प्रारंभ हुई। जिसमें सहायक कृषि अधिकारी की परीक्षा हुई। जिसके लिए 2149 प्रवेश पत्र जारी किए गए। 1702 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। यह परीक्षा देहरादून, गोपेश्वर, रुड़की, हरिद्वार और हल्द्वानी में आयोजित की गई। परीक्षा के दौरान कोविड-19 की वजह से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया और परीक्षा से पहले परीक्षा केंद्रों को सेनेटाइज किया गया। आयोग की यह पहली आन लाइन परीक्षा कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट था। शाम की पाली में अवर अभियंता सिविल की परीक्षा हुई।