संवाददाता कुलदीप चौहान
देहरादून। विकासनगर के बाढ़वाला क्षेत्र में हजारों की तादाद में हरे पेड़ों पर चली आरियां चली। हरे पेड़ साल जैरी प्रतिबंधित प्रजाति की हैं। वन विभाग के नाक के नीचे हरा जंगल बर्बाद होता जा रहा है और विभाग आंखें मूंद बैठा है। जहां एक तरफ सरकार का स्लोगन है कि जंगल बचाओ जीवन बचाओ, वही कानून की धज्जियां उड़ाते हुए जंगल माफियाओं का राज बेधड़क चल है। लेकिन स्थानीय प्रशासन और वन विभाग मौन है।
स्थानीय पुलिस डाकपत्थर चौकी इंचार्ज कुंदन राम से जब उक्त मामले में जानकारी लेनी चाही, तो उनका कहना है कि कुछ दिन पहले 52 हरे कटे पेड़ बरामद किए गए थे और साथ में रिजवान नामक एक अभियुक्त की गिरफ्तारी भी की गई थी। जिसको जेल भेज दिया गया है। और बाकी लोगों के लिए लगातार दबिश दी जा रही है।
मामला इतना भर नहीं है। बताया जा रहा है कि साल के हरे-भरे जंगल भूमि पर किसी की नाप भूमि निकल आई थी। इसी को लेकर इन पेड़ों का कटान हो रहा है। बताया जा रहा है कि काटे गए साल प्रजाति के पेड़ हजारों की संख्या में हैं।