फोटो- वाईपास के विरोध मे 40वें दिन भी धरने पर डटे सीमांतवासी
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। जोशीमठ के अस्तित्व को बचाने के लिए वाईपास के विरोध मे चल रहा घरना 40वें दिन मे प्रवेश हुआ।
धार्मिक एंव पर्यटन नगरी जोशीमठ की पौराणिक धार्मिक मान्यताओ पर कुठाराधात कर जोशीमठ से दस किमी0 पहले हेलंग नामक स्थान से बदरीनाथ के लिए अलग से वाईपास निर्माण के विरोध मे सीमांतवासियों का धरना/प्रदर्शन निरंतर जारी है। बीती 21जनवरी से शुरू हुआ धरना कार्यक्रम अब 40वें दिवस मे प्रवेश कर गया है। लेकिन वाईपास को लेकर एनएच अथवा बीआरओ से किसी भी प्रकार का कोई आश्वासन सीमांतवासियों को नही मिल सका है। प्रशासन स्तर से भी धरना/प्रदर्शन को गंभीरता से नही लिया जा रहा है।
इधर बीआरओ के आग्रह पर वन महकमे द्वारा पूर्व मे ही हेलंग-मारवाडी वाईपास एरिया मे आने वाले पेडो की गणना पूरी कर ली है। नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क के उप प्रभागीय वनाधिकारी टीसी शाही के अनुसार बीआरओ के प्रपोजल व उनके आग्रह पर वन विभाग ने हेलंग से मारवाडी तक आने वाले वृक्षों की गणना की हैं। उनके अनुसार इस एरिया मे कुल 257पेड आ रहे हैे। जिनमे सुरई के 26,उत्तीश के 145,चीड के 80, डरली के 4, काफल का 01, व फौंण का 01 वृक्ष है। लेकिन इनका छपान तभी होगा जब पर्यावरण मंत्रालय से सैद्धातिंक स्वीकृति प्राप्त होगी। अभी तक सैद्धातिंक स्वीकृति भी प्राप्त नही हुई है।
लेकिन वाईपास के विरोध मे सीमंातवासियों का जोश बरकरार हैं और वे किसी भी दशा मे वाईपास निर्माण रोकने के लिए कृतसंकल्पित है। सीमांतवासी अब क्षेत्रीय विधायक के नेतृत्व मे सीएम से मिलने वाले प्रतिनिधि मंडल की वार्ता पर निगाहे टिकाए है। इसी के बाद अगली रणनीति तैयार की जा सकेगी।
आंदोलन के 40वे दिवस संघर्ष समिति के सचिव कमल रतूडी, के अलावा सुभाष डिमरी,, अनिल सकलानी, ओमप्रकाश डोभाल, सतीश भटट, पालिका सभासद प्रदीप भटट व अमित सती, विजय डिमरी, भाजपा नंगर अध्यक्ष मुकेश डिमरी,,जेपी भटट, सुभाष पंवार, बंसत लाल, माधव प्रसाद डिमरी, भगवती प्रसाद नंबूरी, हरीश चंद्र भटट, मुकेश कुमार, उदय सिंह फरस्वांण व राजेन्द्र प्रसाद खाली सहित अनेक लोग धरने पर बैठे।