हरेंद्र बिष्ट की रिपोर्ट।
गोपेश्वर/थराली।
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान चमोली(गौचर) में आयोजित पांच दिवसीय अबेकस प्रशिक्षण का समापन हो गया है। इसमें कुल 46 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया।कार्यक्रम के समन्वयक गोपाल प्रसाद कपरूवाण ने बताया कि गणित को अबेकस के माध्यम से रुचिकर बनाएं जाने की बात करते हुए कहा कि इससे बच्चे गणित की ओर आकर्षित होगा।
डायट गौचर में आयोजित 5 दिवसीय अबेकस के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि संस्थान के प्रभारी प्राचार्य लखपत सिंह बर्त्वाल ने बताया कि शोध बताते हैं कि अबेकस के द्वारा मस्तिष्क के दाएं और बाएं दोनों भागो को सक्रिय किया जा सकता है। बच्चों को उनके सबसे तेज विकास की उम्र में अबेकस की सहायता से बच्चों की स्मृति, गति व शुद्धता से गणितीय कार्य करने में दक्ष कर सकते है।इस मौके पर वरिष्ठ संकाय सदस्य राजेंद्र प्रसाद मैखुरी, डॉ गजपाल राम राज, डॉ. कमलेश मिश्रा, बचन जितेला, सुमन भट्ट, सन्दर्भदाता पंकज पाण्डेय आदि ने विचार व्यक्त किए।इस मौके पर समन्वयक गोपाल प्रसाद कपरवाण ने बताया कि सत्र 2024-25 में चमोली जिले के 90 राजकीय प्राथमिक विद्यालयों को इस कार्यक्रम के तहत जोड़ा जाना था।जिसमें 89 विद्यालय इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से जुड़ गये हैं, इन विद्यालयों में 3299 छात्रों को सीधे अबेकस द्वारा गणित सीखने का अवसर मिलेगा। समग्र शिक्षा उत्तराखंड द्वारा इन विद्यालयों को 16 छात्र अबेकस व एक मास्टर अबेकस दिये जा रहे हैं। इन 89 विद्यालयों को कुल 1420 छात्र अबेकस व 89 मास्टर अबेकस प्रदान किये गये हैं।शिक्षिका मंजू पांगती द्वारा बताया कि प्रारम्भिक गणित में संख्याओं और उस पर संक्रियाओं की समझ को विकसित करने हेतु यह टूल लाभकारी सिद्ध होगा। संख्याओं के साथ छात्र अबेकस की मदद से खेल-खेल में गणित सीख एवं समझ पाएंगे।