ज्योतिर्मठ, 28मई।
सीमांत धार्मिक एवं पर्यटन नगरी ज्योतिर्मठ -जोशीमठ के शीर्ष पर अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थल के रूप मे विख्यात औली की शेष भूमि से भी भूमि आवंटित किए जाने की सुगबुगाहट के बीच विरोध भी शुरू हो गया है।
भू धसाव प्रभावित जोशीमठ के प्रभावितों को आपात स्थिति मे एक मात्र विकल्प के रूप मे औली लग्गा जोशीमठ की भूमि ही शेष बची है, यही जोशीमठ नगरवासियों के गौचर एवं रोजगार के साधन की भूमि है, यदि इस भूमि को खुर्द बुर्द कर सलूड़ ग्राम के कुछ ग्रामीणों को आवंटित की जाती है तो इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा।
औली लग्गा जोशीमठ की भूमि को आवंटित किए जाने की कार्यवाही की भनक लगते ही जोशीमठ नगर पालिकाध्यक्ष देवेश्वरी साह ने जिलाधिकारी को पत्र भेजकर भूमि आवंटन पर आपत्ति दर्ज की, तो भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष अमित सती ने मुख्यमंत्री को पत्र सौंप कर औली मे भूमि आवंटन पर कड़ा एतराज जताते हुए सीमांत नगरवासियों की भावनाओं से अवगत कराया।
इधर बुधवार को ज्योतिर्मठ – जोशीमठ नगर के सभी नौ वार्डों के सभासदों एवं जनप्रतिनिधियों एसडीएम को ज्ञापन सौंप स्पष्ट किया कि यदि औली लग्गा जोशीमठ की भूमि ग्राम सभा सलूड़ के लोगों को आवंटित की जाती है तो नगर के सभी वार्डों के नागरिक आंदोलन के लिए विवश होंगें।
एसडीएम को ज्ञापन देने वालों मे पालिका सभासद गण प्रदीप पंवार, सुनीता देवी, ललिता देवी, प्रदीप भट्ट, राजेश्वरी भण्डारी, दीपक साह, प्रवेश डिमरी, जयदीप मंन्द्रवाल, सौरभ राणा, पूर्व सभासद समीर डिमरी व प्रकाश नेगी के अलावा राजेश भट्ट, ललित थपलियाल, एवं अमित सती आदि प्रमुख थे।