फोटो-खुले बदरीनारायण के कपाट।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। ब्रहम मुहुर्त में खुले भगवान बदरीविशाल के कपाट। दस हजार से अधिक श्रद्धालुओ ने अंखड ज्योति के दर्शन किए। सूबे की राज्य पाल बीबी रानी मौर्य व पूर्व सीएम डा निंशक भी पहले दिन मौजूद रहे। बदरीनाथ पंहुचे हजारो श्रद्धालुओ को दिक्कत ने हो इसका ध्यान रखते हुए राज्यपाल ने ब्रहमवेला के बजाय दस बजे दर्शनो का समय निश्चित किया।
भू-वैकुंठ धाम कलियुग पापाहारी भगवान श्री हरिनारायण के कपाट श्रद्धालुओ के दर्शनार्थ ब्रहमवेला पर खोल दिए गए। कपाटोदघाटन से पूर्व सनातन पंरपरानुसार द्वार पूजन, स्वास्ति वाचन हुआ। टिहरी नेरश के प्रतिनिधि हर्षबर्धन नौटियाल ने टिहरी दरबार से दिए गए स्याह पटटा जिसमे कपाट खुुलने की तय लग्न व मुहुर्त पर वैदिक क्रियाकलापों का वर्णन था। उक्त स्याह पटटे का वाचन धर्माधिकारी आचार्य भुवन च्रदं उनियाल ने किया।
मुख्य द्वार पर हुए पूजन कार्यक्रम मे पूर्व सीएम रमेश पोखरियाल निंशंक,बीकेटीसी के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल, बदरीनाथ के विधायक महेन्द्र भटट,सीईओ बीडी ंिसह, धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल, डीएम स्वाति एस भदोरिया, एसपी यशवंत चैहान, अपर धर्माधिकारी आचार्य सत्य प्रसाद चमोला व आचार्य राधाकृष्ण थपलियाल, वेद पाठी रविन्द्र भटट, उपमुख्य कार्याधिकारी सुनील तिवारी, मंदिर अभियंता विपिन तिवारी, मंदिर अधिकारी एमपी सती, सहायक मंदिर अधिकारी राजेन्द्र ंिसह चैहान, बरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी गिरीश चैहान, अपर निदेशक सूचना अनिल चंदोला, बीकेटीसी के सदस्य अरूण मैठाणी, ऋषि प्रसाद सती,, पंचभैया, बीकेटीसी की पूर्व उपाध्यक्ष मधु भटट, पूर्व सदस्य हरीश डिमरी,भाष्कर डिमरी, भाजपा पौडी के जिलाध्यक्ष शैलेन्द्र सिह विष्ट-गढवाली,,डिमरी पंचायत के सुभाष डिमरी,आशुतोष डिमरी,सुशील डिमरी, ज्योतिष डिमरी,पंकज डिमरी,भाजपा मंडल अध्यक्ष किशोर पंवार, क्षेत्र प्रमुख प्रकाश रावत,नगर पालिका जोशीमठ के अध्यक्ष शैलेन्द्र पवंार,नपं बदरीनाथ के अध्यक्ष पर्वतारोहण एंव स्कीइंग संस्थान आईटीबीपी औली के डीआईजी जीएस चैहान, प्रथम वाहिनी के कमाडेण्ट विक्रांत थपलियाल, के अलावा हकहकूकधारी समाज के सभी लागों के साथ ही हजारो की संख्या मे श्रद्धालु मौजूद रहे।
कपाट खुलते ही मुख्य पुजारी श्री रावल ने गृभ गृह मे प्रवेश किया और माता लक्ष्मी के श्रीविग्रह को डिमरी समुदाय के सुपुर्द किया। डिमरी समुदाय के पुजारी द्वारा माता लक्ष्मी की मूर्ति को लाकर परिक्रमा परिसर स्थित लक्ष्मी मंदिर मे प्रतिस्थापित किया। इसके उपरांत श्री रावल ने उद्वव व कुबेर की मूर्ति को बदरीश पंचायतन मे सुसज्जित किया। मुख्य पुजारी श्री रावल ने छ माह घृत कंबल से लपेटे हुए भगवान के श्री विग्रह से घृत कंबल का निकालकर प्रसाद के रूप मे श्रद्धालुओ के लिए वितरण के लिए दिया।
अख्ंाड ज्योति दर्शनों के लिए उमडे श्रद्धालुओ के सैलाब के कारण मंदिर के अंदर से श्रद्धालुओ को बाहर निकालने पर मंदिर समिति के पसीने छूट रहे थे। स्वयं सीईओ बीडी ंिसह ने श्रद्धालुओ को दर्शन के बाद बाहर निकालने की मशक्कत करते देखे गए। दर्शनो के लिए श्रद्धालु रात्रि दस बजे से ही लाइन मे खडे हो गए थे।
कुबेर की डोली जिस द्वार से परिक्रमा परिसर मे पंहुची थी उस द्वार पर पहले से मौजूद सैकडो श्रद्धालुओ का हुजूम कुबेर डोली की आड मे परिक्रमा परिसर मे पंहुच गया। जिसके कारण रात्रि दस बजे से लाइन मे खडे श्रद्धालुाओ को दर्शनो मे देरी हुई। वीआईपी दरवाजे से आने वाले वीआईपी व अन्य लोगो को भी लाइन मे खडे श्रद्धालुओ का विरोध भी झेलना पडा।
— मंदिर समिति की अधिकाशं गेस्ट हाउस व धर्मशालाएं वीआईपी व मेहमानो के लिए आरक्षित होने के कारण तीर्थयात्रियों को कमरो के लिए दर-दर भटकते देखा गया।
— तीर्थयात्रियो के लिए इस वार अन्य वर्षो की अपेक्षा भक्तों के भंडारो की संख्या भी ज्यादा थी। बीती दोपहर से ही विभिन्न स्थानो पर भंडारे शुरू हो गए थे। बदरीनाथ पंहुचे अधिकाश तीर्थयात्रियों ने भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया।
— कपाटोदघाट पर्व पर पूर्व वर्षो की भाॅति इस वर्ष भी सेना की गढवाल स्काउटस बटालिययन द्वारा विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमे हजारो श्रद्धालुओ ने प्रसाद ग्रहण किया।
—- कपाटोदघाटन अवसर पर ंिसंहद्वार के प्रांगण मे पूर्व वर्षो के भाॅति इस वर्ष कीर्तन मंडली नजर नही आई। भजनो मे भक्त झूमते हुए नही दिखे। माणा व बामणी गाॅव की महिलाओ की दांकुडी का दृष्य भी कपाट खुलने के अवसर पर नजर नही आया।