———— प्रकाश कपरुवाण।
ज्योतिर्मठ, 10जुलाई।
34वर्षों के अंतराल के बाद इस वर्ष पैनखंडा जोशीमठ के भरकी गाँव की माँ कालिंका नौ माह के भ्रमण पर रहेगी,गुरुवार को ब्रह्ममुहूर्त मे देवियों का पंचायत प्रांगण मे आगमन के बाद रथ यात्रा से पूर्व की धार्मिक परंपराओं का विधिवत शुभारंभ हो गया है।
माँ कालिंका रथ यात्रा भाद्रपद संक्रांति के उपरांत श्री रुद्रनाथ दर्शन व देव भेंट के साथ दशोली ब्लाक के विभिन्न गावों के भ्रमण पर निकलेगी, इस दौरान माता अनसूया से देव मिलन व ध्याणीयों से भेंट होगी।
इसी प्रकार माँ कालिंका जोशीमठ प्रखंड के अनेक गावों मे ध्याणी मिलन के साथ ही श्री बद्रीनाथ धाम, भविष्य बदरी व सिद्धपीठ लाता नन्दा भगवती देव भेंट करेगी। नन्दाष्टमी के पावन पर्व पर रथ यात्रा कुछ दिन गाँव मे ही प्रवास कर पुनः भ्रमण पर निकलेगी।
माँ कालिंका रथ यात्रा भ्रमण कार्यक्रम मे कुल पुरोहितगण पंडित मोहन प्रसाद शास्त्री, मनोहर प्रसाद सेमवाल, भुवनेश्वर प्रसाद सेमवाल, विष्णु प्रसाद सेमवाल व विजय प्रसाद सेमवाल मौजूद रहेंगे। रथ यात्रा भ्रमण के पुजारी गुडबीर सिंह चौहान हैं। गुरुवार को विद्वान आचार्यो की मौजूदगी मे रथ यात्रा से पूर्व की मान्य धार्मिक परम्पराएं सम्पादित हुई।
इस धार्मिक कार्यक्रम मे रथ यात्रा देवरा समिति के अध्यक्ष हर्षबर्धन फर्शवान, घंटाकर्ण-भूमियाल देवता के पश्वा लक्ष्मण सिंह नेगी, डुमक बजीर देवता के पश्वा, कलगोट के कोंधुड़या जाख देवता के पश्वा व उर्गम घंटाकर्ण के पश्वा सहित अन्य देवी देवताओं के पश्वा मौजूद रहे।
माँ कालिंका रथ यात्रा मेला कमेटी भरकी, भेटा, पिलखी, ग्वाणा, व आरोसी ने सभी भक्तजनों से रथ यात्रा धार्मिक कार्यक्रमों मे सम्मलित होकर पुण्य लाभ अर्जित करने का आग्रह किया है।