डोईवाला (प्रियांशु सक्सेना)। एसडीआरएफ वाहिनी मुख्यालय जॉलीग्रांट में अर्पण यदुवंशी ने राज्य आपदा प्रतिवादन बल के 11वें सेनानायक के रूप में कार्यभार ग्रहण किया। अर्पण यदुवंशी इससे पूर्व पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी के पद पर नियुक्त थे।
शनिवार को प्रथम कार्य दिवस पर उन्होंने सभी अधिकारियों एवं शाखा प्रभारियों से औपचारिक परिचय के साथ साथ कार्यों की जानकारी ली एवं आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। कहा कि एसडीआरएफ की जिम्मेदारी लेना मेरे लिए सम्मान की बात है लेकिन साथ ही यह एक बड़ी चुनौती भी है।
उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्य में भूस्खलन, बाढ़, बादल फटना और भूकंप जैसी आपदाओं से निपटना हमारे लिए सबसे बड़ी प्राथमिकता है। एसडीआरएफ की टीम हर समय पूरी तरह तैयार रहे ताकि किसी भी आपदा के समय त्वरित और प्रभावी रूप से कार्यवाही कर सके।
उन्होंने कहा आपदा के समय जितनी जल्दी हम पहुंचें, उतनी ही ज्यादा जानें बचाई जा सकती हैं। अत्याधुनिक उपकरणों और संसाधनों की उपलब्धता से भी प्रतिक्रिया समय में और सुधार होगा। तकनीक का सही इस्तेमाल हमारे काम को और सटीक और तेज बनाएगा।
एसडीआरएफ कर्मियों का कौशल विकास भी अहम है। उन्हें नवीनतम तकनीकों और स्थितियों के अनुरूप उन्नत प्रशिक्षण देंगे ताकि वे किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार रहें। उन्होने विशेष रूप से जोर देकर कहा कि जनजागरूकता अभियानों के माध्यम से भी आमजन को आपदा से पूर्व की तैयारियों के लिए प्रशिक्षित किया जायेगा।
इस मौके पर उपसेनानायक मिथिलेश कुमार, विजेंद्र दत्त डोभाल, सहायक सेनानायक श्यामदत्त नौटियाल, क्वार्टर मास्टर राजीव रावत आदि उपस्थित रहे।