आज दिनांक 04-दिसम्बर को जिलाधिकारी द्वारा ऋषिपर्णा सभागार हाल मेँ राज्य आंदोलनकारियों कें साथ बैठक आहूत की गई।
आपको याद दिलाते चलें कि 01-सितम्बर को खटीमा की वर्षी पर शहीद स्मारक पर जिलाधिकारी ने उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच कें प्रतिनिधिमण्डल से संवाद कराने का न्योता दिया था।
पहले तैयारी बैठक अपर जिलाधिकारी जय भारत द्वारा ली गई थी। आज उसी क्रम को आगे बढ़ाते हुये आज प्रातः 11-बजे सभागार मेँ जिलाधिकारी ने एक एक कर सभी राज्य आंदोलनकारियों की बातों को गंभीरता से सुना गया जिसे जिलाधिकारी कार्यालय कें सभी वरिष्ठ कर्मचारी मुख्य बिन्दुओं को नोट करते रहें साथ साथ उप जिलाधिकारी एवं जिलाधिकारी व सूचना विभाग भी नोट करते रहें।
इसमें मुख्यतः
*1-* लम्बित चिन्हीकरण कें मामलों कें निस्तारण की मांग।
*2-* कुछ राज्य आंदोलनकारियों की लम्बित पैंशन जारी करने की मांग।
*3-* राज्य आंदोलनकारी मंच की मांग थी कि किसी भी राज्य आंदोलनकारी की मृत्यु पर अन्तिम संस्कार पर प्रोटोकाल कें तहत जिला प्रशासन की ओर से न्युक्त किये जाने कें सम्बन्ध मेँ।
*4-* चिन्हीकरण कें मामलों मेँ LIU की भी खुली जांच की जाय साथ ही पुराने संगठन कें वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारियों द्वारा सत्यापन भी माणा जाय।
*5-* राज्य आंदोलनकारी मंच की मांग थी कि सूचना विभाग द्वारा *15-अगस्त व 26-जनवरी* को दिये जाने वाले निमंत्रण कार्यक्रम से 15-दिन पूर्व जिला प्रशासन को भेजे जायं ताकि समय पर सभी राज्य आंदोलनकारियों को निमंत्रण प्राप्त हो सकें।
बैठक कें अन्त मेँ उप जिलाधिकारी हरि गिरी द्वारा ने शहीद स्मारक की गरिमा बनाये रखने की सभी से अपील की जिस पर सभी ने एक सुर मेँ हामी भरी।
तत्पश्चात जिलाधिकारी ने सभी को सम्बोधित करते हुये कहा कि जिला स्तर पर जितने मामले निबटाए जा सकते हैं हैं या जो सहयोग हम कर सकते हैं वह हर हाल मेँ होगा बाकी जो शासन स्तर या सरकार कें स्तर कें होंगे उन पर अवश्य मार्गदर्शन लिया जायेगा। आज की बैठक मेँ जो भी बिन्दुओं आयें हैं हम आपस मेँ उसका मन्थन करेंगे औऱ पुनः अगली बैठक आयोजित कर समाधान की ओर बढ़ेंगे।
आज बैठक मेँ मुख्यतः ओमी उनियाल , जगमोहन सिंह नेगी , पुष्पलता सिलमाणा , निर्मला बिष्ट , उर्मिला शर्मा , सरोज डिमरी , प्रदीप कुकरेती , सुरेन्द्र कुकरेती , सरोज पंवार , डीo एसo गुसांई , मनोज ध्यानी , नवनीत गुसांई , सरिता गौड़ , सुरेश सिंह , पूर्ण सिंह लिंगवाल , जगदीश चौहान , बिश्म्बर दत्त आदि रहें।