रिपोर्टर-प्रियांशु सक्सेना
डोईवाला। केन्द्र सरकार की अग्निपथ योजना को वापस लिए जाने की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा तहसील पर प्रदर्शन किया गया, जिसके बाद किसानों ने उपजिलाधिकारी के माध्यम से महामहीम राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा।
केन्द्र सरकार की अग्निपथ योजना के खिलाफ पूरे देश का बेरोजगार युवा आंदोलित है। जिसके चलते अखिल भारतीय स्तर पर संयुक्त किसान मोर्चे के आह्वान पर पूरे भारत वर्ष में इस योजना के खिलाफ प्रदर्शन किया, ताकि बेरोजगार युवाओं के आंदोलन को समर्थन मिलेगा।
शुक्रवार को डोईवाला गन्ना सोसायटी में सैकड़ो किसान एकत्रित हुए, जहां से संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले केन्द्र सरकार की अग्निपथ योजना के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए डोईवाला तहसील पहुंचे।
किसान सभा के जिलाध्यक्ष दलजीत सिंह ने कहा कि मोदी सरकार की अग्निपथ योजना बेरोजगार युवाओं के साथ खिलवाड़ हैए मात्र चार वर्ष के अल्पकालिक समय तक जो 75: नौजवान सेना में भर्ती रहकर उसके बाद उसे नौकरी से बाहर कर दिया जाएगा। सरकार के पास उसके भविष्य की कोई योजना नहीं है, सरकार बेरोजगार युवाओं के साथ खिलवाड़ कर सेना के सम्मान पर ठेस पहुंचाने का कार्य कर रही है जो देश की सुरक्षा के लिए ठीक नहीं है।
आंदोलित लोगो को सम्बोधित करते हुए किसान सभा के नेता बलबीर सिंह व ज़ाहिद अंजुम ने कहा कि इस योजना के पीछे केन्द्र सरकार की मंशा ठीक नहीं है, वह बेरोजगार युवाओं के साथ अन्याय कर रही है जबकि सरकार बनने पर मोदी सरकार ने दो करोड़ रोजगार देने का वादा किया था। जो खोखला साबित हुआ, अब अगर कोई योजना बनाई भी है तो उसके पीछे नियत साफ नहीं है।
किसान नेता मोहित उनियाल व उमेद बोरा ने भी सम्बोधित करते हुए कहा कि जब से मौजूदा सरकार सत्ता में आई है एक के बाद एक सभी सरकारी संस्थानों को बेचने का बीड़ा उठा रखा है। जिसने अब देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करते हुए सेना जैसे संस्थान का भी निजीकरण करने का घातक फैसला लिया है जो देश के हित मे नही है।
आन्दोलन को किसान सभा के जिला संयुक्त सचिव याक़ूब अली ने भी सम्बोधित करते हुए कहा कि जब देश का वह युवा जो बेरोजगार हैए इस योजना का विरोध कर रहा तो सरकार जबरदस्ती इस अल्पकालिक अग्निपथ योजना को बेरोजगार युवाओं पर क्यों थोपना चाहती है। कहा कि सरकार युवाओं के विरोध को संज्ञान में नहीं ले रही, बल्कि सरकार के मंत्री जनरल वी के सिंह जो सेना में अपनी सेवा देते हुए अपना कार्यकाल बढ़वाने के लिए कोर्ट तक चले गये थे वह अब इस अग्निपथ योजना के युवाओं को फायदे गिना रहे हैं जो दुर्भाग्यपूर्ण है।
आंदोलन को किसान यूनियन के नेता सुरेन्द्र सिंह खालसा, परवेज अली, गुरदीप सिंह, अश्विनी त्यागी, मनोज नौटियाल, कमल अरोड़ा, हरबंश सिंह, सरजीत सिंह, एडवोकेट महेश लोधी, मोहमद अकरम आदि ने भी सम्बोधित किया। आंदोलन में मुख्य रूप से जगजीत सिंह, किशन सिंह, शमशाद अली, रूद्र प्रसाद उपाध्याय, परमजीत, सोनू कुमार, संजीव कुमार, श्याम सुंदर, घनश्याम, भगवान सिंह, इलियास अली, संजय पाल, उस्मान आदि सैकड़ो लोग उपस्थित थे ।