रिपोर्टर-प्रियांशु सक्सेना
डोईवाला। डेंगू की रोकथाम के लिए राजीवनगर 2 में आंगनबाड़ी द्वारा बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ती सीमा देवी द्वारा महिलाओं को जानकारी देते हुए बताया गया की एडिस प्रजाति के मच्छर डेंगू वायरस से संक्रमण फैलाते है। जो की दो रूप में परिलक्षित होता है, डेंगू फीवर एवं डेंगू हेमरेजीक फीवर व डेंगू शॉक सिन्ड्रोम।
डेंगू का इनक्युबेशन पीरियड साधारणता 5 से 7 दिन का होता है। एडिस इजिप्टी मच्छर प्रायः घरों में तथा घरों के आस.पास ठहरे हुए स्वच्छ पानी में पनपता है। यह मच्छर प्रायः दिन के समय काटता है। इन मच्छरों में डेंगू वायरस का संक्रमण 3 सप्ताह तक रहता है। संक्रमित एडिस इजिप्टी मच्छर के अण्डे भी संक्रमित होते है जो कि विकसित होकर संक्रमित मच्छर बनते है।
डेंगू रोग के प्रमुख लक्षणों में अकस्मात तेज सर दर्द व बुखार होना, मांसपेशियों एवं जोड़ों में दर्द होना, आंखों में दर्द होना, उल्टी होना तथा गंभीर मामलों में नाक, मुंह, मसूडों से खून आना तथा त्वचा पर चकते उभरना है। दो से सात दिनों में मरीज की स्थिति गंभीर भी हो सकती है। शरीर का तापमान कम हो जाता है।
डेंगू की रोकथाम एवं बचाव के उपाय बताते हुए सीमा देवी ने कहा कि घरों के आसपास पूर्ण साफ.सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करें। घरों के कूलर, टेंक, ड्रम, बाल्टी आदि से पानी खाली करें। कूलर का उपयोग नही होने की दशा में उसका पानी पूरी तरह खाली करें। घरों के आसपास पानी एकत्रित होने वाली सभी अनुपयोगी वस्तुएं जैसे टीन के डब्बे, कॉच एव प्लास्टिक के बोतल, नारियल के खोल, पुराने टायर आदि नष्ट कर पाट दें।
निस्तारी योग्य पानी में लार्वा पाए जाने पर टेमीफोस लार्वानाशक दवा का पानी की सतह पर छिड़काव करें। पानी संग्रहित करने वाले टंकी, बाल्टी, टब आदि सभी को हमेशा ढंककर रखें।