गैरसैंण। 11 अक्टूवर को अंतराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर एक दिन के लिए इजराईल की राजदूत बनी गैरसैंण की बेटी विजय लक्ष्मी पुत्री हीरा सिंह फनियाल का गैरसैंण आने पर भव्य स्वागत किया गया।
गैर सरकारी संगठन प्लान इंडिया द्वारा, क्योंकि मैं एक लड़की हूँ। नाम से एक अभियान को अतंराष्ट्रीय स्तर पर विस्तार करने के लिए कनाडा सरकार से सम्पर्क स्थापित कर अंतराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ की 55वें आम सभा में प्रस्ताव रखा गया और 19 दिसंबर 2011 को प्रस्ताव पारित कर 11 अक्टूबर के दिन को अंतराष्ट्रीय बालिका दिवस के रूप में मनाने के लिए तय किया गया। इस प्रकार 11 अक्टूबर 2012 को प्रथम बालिका दिवस मनाया गया।
इसी के तहत प्लान इंडिया और श्री भुवनेश्वरी महिला आश्रम गत 7 वर्षों से अलग अलग स्तर पर अंतराष्ट्रीय बालिका दिवस का आयोजन करते आया है। 11 अक्टूबर को इजराईल की एक दिन के लिए राजदूत बनी कु.विजय लक्ष्मी शनिवार को गैरसैंण पहुंची। जिसका एस बी एम ए और प्लान इंडिया का कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों ने फूल मालाओं से भव्य स्वागत किया। इस अवसर पर परियोजना प्रबंधक गिरीश डिमरी ने कहा कि बालिकाओं को अधिक से अधिक अवसर प्रदान करना संस्था की प्राथमिकता रही है। बालिकाओं ने कई अवसरों पर क्षेत्र व समाज का नाम रोशन किया है।
एक दिन के लिए बनी इज्राइल की राजदूत विजय लक्ष्मी ने कहा कि वह अभी एस जी आर आर में कक्षा 11 की छात्रा है। मुझे प्लान इंण्डिया और एस बी एम ए के माध्यम से बहुत बड़ा गौरवमयी अवसर प्राप्त हुआ है। एक दिन के लिए विधिवत राजदूत के पद पर बैठ कर उसे गौरव की अनुभूति हुई है। उन्होंने वहां पर उत्तराखंड में लड़कियों की समस्याओं के बारे में और कृषि, पलायन, शिक्षा, स्वास्थ्य की समस्या पर वार्ता की है। वहां पर बैठे इज्राइल के नुमाइंदों ने भरोसा दिलाया कि वह भारत सरकार से समस्याओं के समाधान के लिए वार्ता करेंगे। इस दिशा में कार्य करने की आवश्यकता है।
इस दौरान बलिका के पिता हीरा सिंह फनियाल, गिरीश डिमरी, त्रिलोक सिंह, मदन बिष्ट, सावित्री कनियाल, सरिता बिष्ट, निर्मला चौहान, रोहित बडोनी, प्रेमसिंह आदि मौजूद रहे।