रिपोर्ट- सत्यपाल नेगी
श्रीनगर। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के श्रीनगर केन्द्र में आध्यात्मिक होली का रूप देते हुए तिलक समारोह आयोजित किया गया,जिसमें शहर भर से पहुंचे लोगों को तिलक लगाकर होली की बधाई दी गई।इस मौके पर विवि के उत्तराखंड निदेशक एवं उत्तराखंड प्रभारी बीके मेहर चंद ने होली के आध्यात्मिक महत्व पर बोलते हुए कहा कि होली का अर्थ होता है कि पवित्रता अर्थात पवित्र बनो,राजयोगी बनो।जो भी नकारात्मक और व्यर्थ है उसे फुलस्टाप लगाएं और हो ली अर्थात आत्मा परमात्मा की बन गई।आत्मा ईश्वर की हो गई।जब आत्मा ईश्वर की बन जाती है तो सदा सुख शांति में रहती है।
वही बीके नीलम बहन ने कहा कि होली पर स्वयं को ज्ञान,आनंद,प्रेम का रंग लगाएं।यही रंग हम सभी को लगाएं तो सभी को खुशी मिलेगी।कहा कि होली के पूर्व होलिका दहन करते हैं,अर्थात मन में जो भी व्यर्थ,दुख, तकलीफ आदि की बातें हैं,किसी के प्रति,उनसभी का सम्मत जला दें।
इस मौके पर भाजपा मंडल अध्यक्ष जितेन्द्र धिरवाण,उद्योग व्यापार मंडल अध्यक्ष वासुदेव कंडारी,किसान मंच के प्रदेश प्रभारी भोपाल सिंह चौधरी,भाजपा जिला मीडिया प्रभारी गणेश भट्ट,शहर व्यापार सभा अध्यक्ष दिनेश असवाल,पंकज सती,बीएन अंथवाल,मनमोहन सिंह,नीतेश डबराल आदि मौजूद थे। इस मौके पर प्रजापिता बह्माकुमारी ईश्वरी विवि की ओर से शिव बाबा संदेश के कलेंडर भी होलियारों को दिये गये।