फाइल फोटो–अपने गाॅव की झाॅकी में नृत्य करते हुए मेला स्थल तक पंहुचते ग्रामीण ।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। नीती घाटी में आजादी के जश्न को त्यौहार के रूप मंे मनाए जाने की पंरपरा हैं। इस त्यौहार के लिए नीती घाटी के कई ग्रामों के ग्रामीण घाटी में पंहुच गए हैं। बदरीनाथ के विधायक महेन्द्र भटट कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे।
नीती घाटी के ग्राम नीती, बाम्पा, गमशाली, फरकिया, कैलाशपुर व मेहर गाॅव के ग्रामीण आजादी के जश्न को एक त्यौहार के रूप मे मनाते है। स्वाधीनता दिवस भी घाटी के ग्रामीणो के अन्य तीज-त्यौहारो की ही फेहरिस्त मे समा चुका है। स्वाधीनता दिवस मनाने के लिए घाटी मे गजब का उत्साह देखा जाता है। घाटी के युवा व अन्य जो भी बाहर नौकरी पेशा है या निचले इलाकेा मे प्रवास कर रहे है वे भी स्वाधीनता दिवस कार्यक्रम के लिए घाटी मे पंहुचते है।
73वें स्वाधीनता दिवस मनाने के लिए सभी गाॅवो के ग्रामीण घाटी मे पंहुच चुके है। इन दिनो नीती घाटी पूरी तहर से गुलजार हो गई है। स्वाधीनता दिवस मे झंडा रोहण के कार्यक्रम तो होते ही है। लेकिन जो सबसे आकर्षक कार्यक्रम होता है वह है प्रतियोगात्मक झाॅकी का कार्यक्रम। अलग-अलग गाॅवों की झाॅकियाॅ बाजे-गाजे व नृत्य के साथ कार्यक्रम स्थल पर पंहुचते है और वहाॅ भी प्रतियोगात्मक संास्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
नीती घाटी के ग्रामीणों का स्वाधीनता दिवस को आयेाजन के समपर्ण व उत्साह को देखते हुए सूबे के मुख्य मंत्री त्रिवेन्द्र रावत द्वारा गत वर्ष नीती घाटी के इस आयेाजन को राज्य स्तरीय मेला घोषित किया जा चुका है।
गमशाली के दूफूॅधार मे पर्वतोत्सव विकास समिति के तत्वाधान मे आयोजित होने वाले इस स्वाधीनता दिवस मेले के पूर्व अध्यक्ष सेनि उप सेनानी नरेन्द्र सिंह टौलिया के अुनसार नीती घाटी मे आजादी के जश्न वर्ष 1947 से ही मनाये जाने की पंरपरा है। और तब घाटी के लोग तिब्बत ब्यापार करते थे। वर्ष 1948 मे घाटी के ही लोगो ने तिब्बत मे भी तिरंगा फहराया था।
इस वर्ष के स्वाधीनता दिवस समारोह के मुख्य अतिथि बदरीनाथ के विधायक महेन्द्र भटट होगे। आयोजन समिति ने स्वाधीनता दिवस मेले की सभी तैयारियाॅ पूरी कर ली है। मेले के वर्तमान अध्यक्ष राजेन्द्र सिह रावत के अनुसार 11अगस्त से शुरू हुई विभिन्न खेल-कूद प्रतियोगिताएं संपन्न की जा चुकी है।