जोशीमठ चमोली (लक्ष्मण सिंह नेगी की रिपोर्ट)सज्जन सिंह रावत किसी पहचान के मोहताज नहीं रहे उन्होंने 50 से अधिक वर्षों तक नंदा देवी के लोग जाकर का गायन पैन खंडा के विभिन्न क्षेत्रों में किया । उनका पैतृक गांव भरकी है और नवमी की तिथि के रात्रि के समय 2:00 यह संस्कृति कर्मी प्रकृति में विलीन हो गए उनकी लोक संस्कृति संरक्षण और संवर्धन के लिए उन्होंने जो प्रयास किया वह अतुलनीय है। 91वर्ष की उम्र में भी वह बहुत ही अच्छे ढंग से लोक जागर का गायन करते थे विशेष करके कल्प क्षेत्र उर्गम कल्पेश्वर क्षेत्र के लिए बहुत बड़ी क्षति है जिसकी भरपाई नहीं हो सकती उन्होंने सदैव हंसते हंसते लोक जागर का गायन करते रहे और भगवती नंदा को समर्पित हो गए आज राम नवमी के पावन पर्व पर कल्पेश्वर के कल्प गंगा के तट पर आज उन्हें मुखाग्नि उनके वेटा अरविंद सिंह रावत के द्वारा दी गई इस अवसर पर क्षेत्र के कई गणमान्य उपस्थित रहे जिसमें मेला समिति भरकी के अध्यक्ष हर्षवर्धन सिंह फरस्वाण, समिति के सचिव रघुवीर सिंह चौहान, युवक मंडल अध्यक्ष भरकी सुभाष रावत, रणजीत सिंह चौहान मेला समिति के सदस्य प्रेम सिंह पूर्व प्रधान दुलव सिंह रावत भरकी, समाजसेवी लक्ष्मण सिंह नेगी पूर्व प्रधान भेंटा, दर्शन सिंह चौहान कुंवर सिंह पूरन सिंह, राजेंद्र सिंह पवार पूर्व वन पंचायत सरपंच, वादर सिंह पंवार, गोपाल सिंह आदि कई लोग उपस्थित थे। उन्होंने नंदा के लोग जाकर के अलावा क्षेत्रपाल भूमियाल देवता व देवियों की रथ यात्रा के लोक जागर , देवी स्तुति, के कई जागरण का गायन किया और एक लंबे समय तक सांस्कृतिक संरक्षण के लिए काम करते रहे भरकी गांव की प्रधान पद पर भी कार्यरत रहे।