फोटो-थैंग, रविग्राम व जोशीमठ के जाख देवता अपने क्षेत्रों में भ्रमण करते हुए,26जनवरी को चाॅई के जाख देवता सहित चारांे जाख देवताओं का मिलन होगा।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। जाख देवताओं के मिलन का अदभुत उत्सव 26जनवरी को। चार गाॅवों के जाख देवताओं का पहली बार मिलन होगा पौराणिक नृंिसह मंदिर मठांगण मे। स्थानीय देव पुजाई समिति मिलन उत्सव को भब्य बनाने मे जुटी।
इन दिनों सीमांत पैनखंडा जोशीमठ के ग्राम थैंग, चाॅई, रविग्राम व जोशीमठ केक जाख देवता सत्रह दिवसीय भ्रमण पर अपने-अपने मूल स्थानों से बाहर निकलकर भक्तों को उनके घरो व मौहल्लों मे जाकर दर्शन दे रहे है। पौराणिक मान्य धार्मिक पंरपरानुसार हर एक वर्ष के अंतराल के बाद माघ मास मे चारों गाॅवों के जाख देवता अपने मूल स्थानों से बाहर निकलकर भ्रमण करते है। और थैंग,चाॅई व रविग्राम के जाख देवता अपने बडे भाई जोशीमठ के जाख देवता से मिलन/भेंट करने के लिए नृसिंह मंदिर मठांगण पंहुचते है। लेकिन पूर्व वर्षो मे थैंग, चाॅई व रविग्राम के जाख देवता अलग-अलग दिवसों पर मठांगण मे पंहुचकर जोशीमठ के जाख देवता से मिलन/भेंट करते रहे है। लेकिन इस वर्ष देव पुजाई समिति जोशीमठ ने एक सार्थक प्रयास किया है कि चारों जाख देवताओं का मिलन/भेंट एक ही दिन हो , इसके लिए देव पुजाई समिति द्वारा थैंग ,चाॅई व रविग्राम से संपर्क किया गया,, और सभी तीनों गा्रमवासियों ने इस पर अपनी सहमति देते हुए 26जनवरी की तिथि सर्वानुमति से निश्चित कर दी गई है।
तीनों गाॅवों की सहर्ष स्वीकृति मिलने के बाद जोशीमठ मे पहली बार आयोजित होने वाले चारों जाख देवता मिलन के धार्मिक उत्सव को भब्य बनाने की तैयारियाॅ भी देव पुजाई समिति द्वारा शुरू कर दी गई है। जाख मिलन का यह धार्मिक उत्सव नृसिंह मंदिर मठांगण मे अपरान्ह तीन बजे से पाॅच बजे तक होगा। इस दौरान जाख देवता भगवान नृसिंह,नव दुर्गा आदि मंदिरों की परिक्रमा कर मठांगण मे नृत्य करगे। जाख देवताओ के अवतारी पुरूषों-पश्वा द्वारा भक्तों को आशीष दिया जाऐगा।
हाॅलाकि जोशीमठ मे धार्मिक कार्यो का संपादन करने वाली देव पुजाई समिति वर्षो से प्रयासरत थी कि चारों जाख देवताओं का एक साथ मिलन हो और आने वाले वर्षो-वर्षो तक इस प्रकार के धार्मिक उत्सव की पंरपरा बनी रही और आने वाली पीढियाॅ भी इसका संकलन कर सके।
देव पुजाई समिति जोशीमठ के अध्यक्ष/बदरीनाथ के धर्माधिकारी आचार्य भुवन चंद्र उनियाल के अनुसार देव पुजाई समिति यूॅ तो इस उत्सव का प्रसास निंरतर कर रही थी। लेकिन इस वर्ष सभी गाॅवों मे एकमत बनाने मे कामयाब हुई। उन्होेने क्षेत्रवासियों से पहली बार आयोजित होने वाले चार जाख देवताओ के मिलन/भेंट उत्सव मे सम्मलित होने का आवहान किया है।