रिपोर्ट: लक्ष्मण सिंह नेगी
जोशीमठ। उत्तराखंड के चमोली जिले के सीमांत क्षेत्र जोशीमठ की सुदूरवर्ती गांव जो जिला मुख्यालय से आज भी 25 किलोमीटर पैदल दूरी तय करके पहुंच जाता है जो डुमक गांव के नाम से जाना जाता है इस गांव में वर्ष 2007-8 में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना स्वीकृत हुई थी जिसका काम आज तक पूरा नहीं हो पाया इसी से गुस्सा यह लोगों ने पिछले 28 दिनों से धरना प्रदर्शन पुतला दहन पदयात्रा जिला मुख्यालय पर जन आक्रोश रैली कर डाला था यह सैजी लग्गा मैकोट वेमरु स्यूंण डुमक कलगोठ प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना 29 किलोमीटर के निर्माण को लेकर 7 सूत्री मांगों के लिए पिछले 28 दिनों से क्रमिक धरना प्रदर्शन डुमक गांव में संचालित किया जा रहा था इस प्रदर्शन के लिए 50 से अधिक गांव सहयोग कर रहे थे। 50 से अधिक ग्राम सभा में हल्ला बोल पदयात्रा की गई जिला मुख्यालय पर 18 जनवरी को विशाल प्रदर्शन किया गया उसके बाद प्रदेश सरकार हरकत में आना शुरू हुआ जिसमें क्षेत्र के विधायक राजेंद्र सिंह भंडारी, क्षेत्र प्रमुख हरिश परमार जोशीमठ विनीता देवी दसौली, जोशीमठ के प्रधान संघ के अध्यक्ष अनूप नेगी, कल्प क्षेत्र विकास आंदोलन उर्गम भरकी के सचिव लक्ष्मण सिंह नेगी,जिला पंचायत सदस्य सूरज सैलानी सहित सैकड़ो जनप्रतिनिधियों ने आंदोलन में सम्मिलित हुए थे और बड़ी तादात में लोग ने समर्थन देने के लिए जिला मुख्यालय पहुंचे थे जिला प्रशासन से दो वार की वार्ता हुई थी जो विफल हो गई थी तीन दौर की वार्ता भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के साथ आंदोलन कारी ने किया तीन दौर की वार्ता करने के लिए जिला प्रशासन खुद गांव में गया और गांव वाले फिर भी नहीं माने ग्रामीणों ने जिला मुख्यालय गोपेश्वर से देहरादून के लिए पदयात्रा शुरू करने का निर्णय ले लिया था उसके बाद राज्य सरकार के अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी के द्वारा आदेश ग्रामीणों को समरेखण की समस्या का समाधान हो पाया और उसके बाद प्रशासन के साथ लगातार वार्ता होती रही गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत के साथ भी आंदोलनकारी की वार्ता की गई । आज ग्रामीणों ने निर्णय लिया कि आगामी 11 फरवरी तक आंदोलन को विराम किया जाए ग्राम स्तर पर धरना भी समाप्त कर दिया गया है धरना स्थल पर 100 वर्षीय बच्ची देवी उपस्थिति रही उन्होंने कहा कि हम सरकार से विचार विमर्श कर रहे हैं और कुछ दिन के लिए हमने धरना को विराम दिया है यदि हमारी बात नहीं मानी जाएगी तो आंदोलन किया जाएगा वोट बहिष्कार के लिए पदयात्राएं शुरू की जाएगी। आज आंदोलन के उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह भंडारी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि हम कुछ समय के लिए धारना को समाप्त कर रहे हैं हम लोग आज जिला प्रशासन से मुलाकात कर ज्ञापन भी सौंपेंगे। अंकी भंडारी सहित दर्जनों ग्रामीणों की उपस्थिति में धरना समाप्त किया गया।