रिपोर्ट- सत्यपाल नेगी
रुद्रप्रयाग: विश्व प्रसिद्ध 11वें ज्योत्रिलिंग श्री केदारनाथ धाम से लेकर पूरे जनपद रुद्रप्रयाग एवं उत्तराखण्ड में आजकल सनातन धर्म प्रेमियों में बड़ा उबाल आया है,आखिर आक्रोश होना भी लाजमी है क्योंकि अभी तक पूरी कहानी का सत्य खुलकर सामने नहीं आया है।बताते चलें कि कुछ दिनों से श्री केदारनाथ धाम ट्रस्ट दिल्ली द्वारा दिल्ली के एक इलाके में भगवान केदारनाथ मंदिर की प्रतिमूर्ति के साथ मन्दिर बनाने की बात सामने आई है, जिसको लेकर देवभूमि उत्तराखंड के लोगो को आक्रोश उतपन्न हो चुका है।
वहीं गढ़वाल विश्व विद्यालय श्रीनगर के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष एवं निवर्तमान सभासद नगर परिषद श्रीनगर, केदारनाथ तीर्थ पुरोहित डॉ. विनीत पोस्ती ने चिंता जताते हुए कहा कि श्री केदारनाथ धाम ट्रस्ट दिल्ली के द्वारा जिस प्रकार से केदारनाथ मंदिर की प्रतिमूर्ति बनाकर आस्था के नाम पर जो ग़लत धारणा पैदा की है उसपर ट्रस्ट को खुलकर सफाई देनी चाहिए।डॉ विनीत पोस्ती ने इस गम्भीर मुद्दे को लेकर पूर्व सासंद तीरथ सिंह रावत एंव धर्मपुर विधायक विनोद चमोली से मिलकर चर्चा की साथ ही आग्रह किया कि यदि सरकार द्वारा बनाई गई समिति के नाम से यदि कोई अन्य किसी उद्देश्य से सरकारी समिति का दूरूपयोग करती है तो उसके ख़िलाफ़ सख़्त कार्यवाही की जाए,साथ ही धार्मिक आस्था को ठेस पहुँचाने वालों के ख़िलाफ़ भी क़ानूनी कार्यवाही होनी चाहिए।उन्होंने बताया कि मन्दिर समिति द्वारा अभी तक इसके सम्बन्ध में किसी प्रकार से खुलकर प्रतिक्रिया सामने नही आई है, जोकि देवभूमि उत्तराखंड के लिए चिंतनीय है।साथ ट्रस्ट द्वारा धार्मिक जनभावना की आड़ में पैसे कमाने की सोच पर सख्त कानूनी कार्यवाही का भी आग्रह किया गया।आपको यह भी बताते चलें कि हिंदुस्तान में हिंदूओ की एकता ना होना,साथ ही अलग-अलग धार्मिक अखाड़ों,मन्दिरों,औऱ ट्रस्टों की निजी होड़ के चलते यहाँ बाहरी ताकतों को भी घुसने का मौका मिलता जा रहा है,इसके चलते भी लोगों में भ्रम, बंटवारे जैसी स्थितियां भी समय समय पर पनपती रही है।इसको लेकर भी गम्भीर चिन्तन मंथन का समय भी आ गया है।वरना हिंदुस्तान में ही हिन्दू सनातनीयो का बाहरी ताकतों के बढ़ते कदम से देश की धार्मिक,सांस्कृतिक,आस्था पर बड़ा हमला भी होने से इनकार नही किया जा सकता है।