उत्तरकाशी। उत्तराखंड में खुशियों की सवारी दो साल बाद फिर से सड़क पर होगी। दो साल बाद इसके लिए बजट मिला है। 108 का संचालन करने वाली कैंप कंपनी को खुशियों की सवारी चलाने का टेंडर मिला है।
सरकारी अस्पतालों में गर्भवती महिलाओं एवं नवजात शिशुओं को घर से हॉस्पिटल और हॉस्पिटल से घर छोड़ने के लिए खुशियों की सवारी नामक योजना शुरू की गई थी, जिसका संचालन 1 मई 2019 से ठप पड़ा हुआ था। इस योजना को शुरू करवाने के लिए पहाड़ की महिलाओं एवं समाजसेवी रोबिन वर्मा समेत तमामल लोगों द्वारा लगातार मांग उठाई जा रही थी। नेशनल हेल्थ मिशन ने जनहित को देखते हुए खुशियों की सवारी योजना के संचालन हेतु दो वर्ष बाद बजट जारी कर दिया।
कुछ लोग इसे निकट आने वाले चुनाव से भी जोड़कर देख रहे हैं। कुछ दिन पहले ही खुशियों की सवारी के संचालन के हेतु टेंडर आमंत्रित किए गए थे। टेंडर उत्तराखंड में 108 सेवा का संचालन करने वाली कंपनी कैंप को मिला।