गढ़वाल। प्रदेश के ग्रामीण अंचलों में गुलदार के हमले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। मामला जनपद टिहरी गढ़वाल के देवप्रयाग विधानसभा के हिंडोला खाल ब्लॉक के दुरोगी गांव का है, जहां गुलदार ने एक महिला को हमला कर निवाला बनाया है। जबकि वन विभाग की टीम दूसरी घटना के बाद से अपने दलबल के साथ क्षेत्र में तैनात है, लेकिन विभाग की सारी कोशिशें धराशायी होती नज़र आ रही हैं। जिससे ग्रामीणों में वन महकमे प्रति रोष व्याप्त है। साथ ही लोग गुलदार के भय से घरों में छिपने को मजबूर है।
ग्रामीणों का कहना है कि पहले भी गुलदार ने क्षेत्र में एक महिला को अपना निवाला बना चुका है और एक महिला को घायल कर चुका है। आज गुलदार ने गांव की गुन्द्री देवी 50 वर्ष को अपना शिकार बनाया है। इस घटना के बाद से लोग खौफजदा हैं। ऐसे में वन विभाग के अधिकारी भी जल्द गुलदार को पकड़ने की बात कह रहे हैं, परन्तु गुलदार क्षेत्र में आतंक का पर्याय बना हुआ है। देवप्रयाग वन अधिकारी डीएस पुंडीर ने बताया कि क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी गई है, गुलदार पर बराबर नजर बनाई हुई है, जल्द गुलदार को पकड़ लिया जाएगा। मानवभक्षी गुलदार कई दिनों से छाम, दुरोगी गांव में सक्रिय है। पहले गुलदार ने ग्रामीणों के पालतू पशुओं को अपना निवाला बनाना शुरू किया। उसके बाद सबसे पहले दुरोगी की एक महिला पर हमला बोलाए जिसका उपचार चल रहा है। जिसके पश्चात गुलदार छाम गांव के भगवती दास की पत्नी को आंगन से उठा ले गया और जिसका शव खेत में पड़ा मिला। वहीं मंगलवार को दुरोगी गुन्द्री देवी पत्नी मदन लाल जो खेतों में काम कर रही थी। गुलदार ने उसे खाई में गिरा दिया। सूचना के बाद वन विभाग की टीम और ग्रामीणों ने महिला की खोजबीन शुरू की, जिसके बाद महिला का शव जंगल के पास खाई में पड़ा मिला।
वही ग्रामीणों प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर गुलदार नहीं मारा तो वो आंदोलन के लिए मज़बूर होंगे। वहीं ग्रामीणों घायल महिला सहित मृतकों उचित मुआवजे देने की भी मांग की है। इस दौरान गुंदरी देवी पत्नि मदन लाल उम्र 50 वर्ष ग्राम दुरोगीए आज तीसरी महिला की घटना हुई। इस दौरान आशीष पंवार, राजेंद्र भण्डारी, पूर्व प्रमुख मगन सिंह बिष्ट, जयपाल पंवार, सूरज पाठक, दिनेश पंवार, सोबन सिंह चौहान, धूम सिंह, लिगंवाल, विजय पंवार, सुनील चौहान, मान सिंह, सौरभ रतूड़ी, पवन पंवार आदि ग्रामीण मौजूद थे।