फोटो-वाईपास के विरोध में मशाल जुलूस निकालते सीमांतवासी।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। वाईपास के विरोध मे निकाला मशाल जुलूस। बडी संख्या मे लोग शामिल हुए।
जोशीमठ की जनभावनाओ की लगातार अनदेखी किए जाने व जोशीमठ को कटआफ कर हेलंग से एक वाईपास निर्माण की साजिश के खिलाफ सीमांत वासियों का गुस्सा बढता जा रहा है। प्रतिदिन धरना/प्रदर्शन के क्रम के बाद शनिवार को आंदोलन कर रहे लेागो ने नगर मे मशाल जुलूस निकालकर वाईपास का जोरदार विरोध किया।
मशाल जुलूस जीआईसी चैक से शुरू हुआ और जोरदार नारेबाजी करते हुए कामेट तिराहे पर समाप्त हुआ। मशाल जुलूस मे शामिल आंदोलनकारी सरकार के विरोध मे जर्बदस्त नारेबजी कर रहे थे।
दरअसअल हेलंग-मारवाडी वाईपास का मामला यूॅ तो वर्ष 1990 से ही चला आ रहा है। तब वर्ष 1991 मे इलाहाबाद हाईकोर्ट से स्थगन आदेश प्राप्त कर लेने के बाद बीआरओ ने वाईपास निर्माण का कार्य पूरी तरह बंद कर दिया था। लेकिन अब चारधाम आॅल वैदर रोड निर्माण के लिए संबधित एजेंिसयों द्वारा हेलंग से मारवाडी तक वाईपास निर्माण को प्राथमिकता मे रखा है। और इस पर तेजी से भी कार्य किया जा रहा है। कई स्तर पर वार्ता के बाद भी जब मामला सुलझता नही दिखा तो सीमांतवासियों ने आद्य जगदगुरू श्ंाकराचार्य की तपस्थली व भगवान नृंिसहं की भूमि को श्री बदरीनाथ यात्रा मार्ग से जोडे रखे जाने के लिए आंदोलन का विगुल फॅूका।
बीते 21जनवरी से शुरू हुए आंदोलन को 34दिवस पूरे हो गए है। लेकिन किसी भी स्तर से वाईपास निर्माण को रोके जाने का आश्वासन नही मिल सका है। गुस्साए आंदोलनकारियों ने शनिवार को मशाल जुलूस निकालकर अपना विरोध दर्ज कराया।