रिपोर्ट:लक्ष्मण नेगी
जोशीमठ/चमोली। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव सिमरनजीत कौर ने कहा की उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए दस्तावेजी कारण एवं कानूनी सलाह के लिए प्राधिकरण के पैरा लीगल वॉलिंटियर्स तत्पर हैं। यह बात उन्होंने उत्तराखंड राज्य उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के सहयोग से आयोजित उद्यमियों के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा। ग्राम्य शिक्षण पर्यावरण संस्था द्वारा ग्राम उर्गम में आयोजित इस सम्मेलन के समापन समारोह के दौरान प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए सफल उद्यमी सिध्दांत अरोरा ने बताया की उद्यम के बैंक लिंकेज हेतु दस्तावेजों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्होंने उद्यमियों को बुनियादी दस्तावेज तैयार करने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर पोल्ट्री उद्यमी पोल्ट्री उद्यमी वीरेंद्र सिंह रावत ने छोटे उद्योगों की परेशानियां के बारे में बात करते हुए कहा की छोटे उद्यमी को और अधिक जानकारी प्राप्त करनी चाहिए। हिमाद के सचिव उमा शंकर बिष्ट द्वारा बताया गया कि उद्यमों को विकसित करने के लिए विधिक जानकारी होना नितांत आवश्यकता है, मौनपालन पर उद्यमी प्रकाश पंवार द्वारा मोनपालान मैं आने वाली समस्या और उसके निदान पर प्रकाश डाला, मोहन नेगी ब्लॉक मिशन मैनेजर दशोली द्वारा एनआरएलएम की उद्यमिता विकास मैं भूमिका पर जानकारी दी तथा। इस अवसर पर ग्राम्य शिक्षण पर्यवरण संस्था के सचिव जीत सिंह और अध्यक्ष प्रभा रावत ने भी अपने विचार रखे। इस कार्यक्रम में। जनदेश के सचिव लक्ष्मण सिंह नेगी के द्वारा प्रकृति पर्यटन आधारित उद्योग को बढ़ाओ देने की आवश्यकता होमस्टे योजना से लोगों को रोजगार से जोड़ा जा सकता है स्थानीय उत्पादों को पर्यटकों तक पहुंचा जा सकता है इसके लिए विकेंद्रित योजना होनी आवश्यक है, राकेश गैरोला ने कहां की भू संरक्षण रोकने के लिए लेमनग्रास का रूपन किया जाना चाहिए यह एक बहुत वेस कीमती उत्पाद है, उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि विज्ञान को यदि हम साथ लेकर चलेंगे तो ग्रामीण क्षेत्र आत्मनिर्भर हो सकता है तीन दिवसीय इस सम्मेलन के अंतिम दिन प्रधान संघ के अध्यक्ष जोशीमठ अनूप नेगी, गोविंद सिंह , काजल, लीला देवी, बहादुर सिंह रावत सहित ४० प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया।