रिपोर्ट हरेंद्र बिष्ट।
थराली। विकास खंड देवाल के अंतर्गत वर्ष 2018 में स्वीकृत बोरगाड-चौड़-कोटियाणा सड़क स्वीकृति के बाद से ही विवादों की वजह से कट नहीं पा रही है समरेखण को लेकर कोटेड़ा गांव के ही ग्रामीणों ने तहसील मुख्यालय थराली में प्रदर्शन कर समरेखण के अनुसार ही करने की मांग की।इस संबंध में ग्रामीणों ने थराली के उपजिलाधिकारी अबरार अहमद को एक ज्ञापन सौंपा। दरसल2018 में करीब 4 करोड़ की लागत से बनने वाली इस साढ़े तीन किमी सड़क को शुरू में बोरागाड- चौड़ के 50 मीटर आगे सोबन राम बैंड से होना था। लेकिन भूगर्भीय सर्वे में यहां पर भूस्खलन संभावित क्षेत्र और सेंसेटिव बताते हुए यहां से सड़क का निर्माण प्रारम्भ कराने की बजाय इसका सर्वे कोटड़ा घटपुल से किया गया। लेकिन कोटड़ा के अम्बेडकर ग्राम के अनुसूचित जाति के लोगो ने पुरानी सर्वे से ही सड़क का निर्माण प्रारम्भ करने की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि पुरानी सर्वे से इतर सड़क ले जाये जाने से कोटेडा के अम्बेडकर ग्राम के ग्रामीणों को लंबी दूरी नापनी पड़ेगी जबकि पुरानी सर्वे से सड़क ले जाने पर महज डेढ़ किमी की दूरी पर सड़क से गांव जुड़ सकते हैं अपनी इसी मांग को लेकर ग्रामीणों ने शनिवार को तहसील मुख्यालय पहुंचकर पीएमजीएसवाई के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया । ग्रामीणों ने चेतावनी की पूराने समरेखण से सड़क का निर्माण नही किए जाने पर आंदोलन तेज किया जाएगा। इस में उन्होंने एसडीएम को एक ज्ञापन भी सौंपा। ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए उपजिलाधिकारी थराली अबरार अहमद ने पीएमजीएसवाई के अधिकारियों को वार्ता के लिए बुलाया जिस पर पीएमजीएसवाई के सहायक धीरेंद्र भंडारी ने धरनास्थल पर पहुंचकर ग्रामीणों से वार्ता कर ग्रामीणो को समझाया ,वहीं एसडीएम ने एक सप्ताह के भीतर सड़क निर्माण से जुड़ी पत्रावली उनके सम्मुख लाने के निर्देश पीएमजीएसवाई को दिए ताकि ग्रामीणों और विभाग के बीच आपसी सहमति से सड़क निर्माण का कार्य प्रारंभ किया जा सके।इस मौके पर गांव की पुष्पा देवी, प्रताप राम, हरीश राम, गिरीश राम, दर्शन राम,नंदन राम, रमेश राम,भवान राम सहित दर्जनों ग्रामीण मौजूद थे।