थैग गांव में 10 दिवसीय हस्तशिल्प रिंगाल एवं अमरेश उत्पाद आधारित प्रशिक्षण हुआ शुरू ज्योतिरमठ 10 दिवसीय रिंगाल हस्तशिल्प एवं अमेश उत्पादन के संबंध में ग्राम थैग मैं एक कार्यशाला का आयोजन नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क एवं जनदेश स्वैच्छिक संगठन कल्प क्षेत्र भर्की उर्गम के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया जा रहा है इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से रिंगाल हस्तशिल्प से बनाई जाने वाले विभिन्न प्रकार के डिजाइनों के बारे में प्रयोगात्मक प्रशिक्षण दिया जाएगा आज कार्यक्रम विधिवत रूप से थैग गांव में शुरू हो गया है आगामी 9 दिनों तक यह प्रशिक्षण संचालित किया जाएगा कार्यक्रम का संचालन रघुवीर सिंह चौहान एवं मुख्य प्रशिक्षक राजेंद्र लाल उत्तराखंड रेशा एवं वांस परिषद के द्वारा शुरू किया गया। ग्रामीण क्षेत्रों में रिंगाल का उपयोग अभी स्थानीय लोग अपनी रोजमर्रा की जरूरत को पूरा करने के लिए करते हैं किंतु इसी के साथ बद्रीनाथ धाम की यात्रा में देश-विदेश के लाखों की संख्या में यात्री आते हैं पूरे स्थानीय उत्पादन खरीद के लिए जाते हैं किंतु रिंगाल के उत्पादन सीमित मात्रा में तैयार होने के कारण काष्ट कारों को इसका अधिक लाभ नहीं मिल पाता है यह प्रयास किया जा रहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में दक्ष हस्तशिल्पी तैयार किया जाए प्रशिक्षण में 30 लोग भाग ले रहे नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क के वन आरक्षी चंद्र मोहन सिंह, सरपंच बन पंचायत हरजीत सिंह से प्रशिक्षण लेनी वालों में ज्योति देवी मनीषा, देवीलाल अंजनी प्रियंका हरीश प्रकाश आज लोग हैं।