रिपोर्ट – कमल बिष्ट/उत्तराखंड समाचार।
गढ़वाल। देवभूमि उत्तराखण्ड के लोकपर्व फूलदेई के अवसर पर पब्लिक इण्टर कालेज सुरखेत के छात्र – छात्राओं ने ग्राम रणस्वा में घर -घर जाकर ग्रामीणों की देहरी पर फूल डालकर गाँव की खुशहाली व परिजनों की आरोग्यता व सुख समृद्धि की कामना की। विद्यालय के प्रधानाचार्य पुष्कर सिंह नेगी तथा संस्कृताचार्य रोशन लाल गौड़ के मार्गदर्शन में हाथों में फूलों की टोकरी लेकर फुलारी गीत गाते हुए छात्र – छात्राओं की टीम ने विद्यालय के सेवित ग्राम रणस्वा में घर – घर जाकर घरों की देहरी पर फूल चढ़ाकर परिजनों की सुख समृद्धि की कामना की। इस अवसर पर ग्रामीणों को संबोधित करते हुए प्रधानाचार्य पुष्कर सिंह नेगी ने कहा कि हिन्दू पंचांग के अनुसार 14 या 15 मार्च से चैत्र मास की शुरुआत होती है और इस संक्रान्ति को उत्तराखण्ड में फूलदेई या फुलारी त्यौहार के रूप में मनाया जाता है।यह पर्व प्रकृति के प्रति आभार एवं ऋतुराज बसन्त के स्वागत का पर्व है। फूलदेई के विषय में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि माध्यमिक शिक्षा निदेशक महावीर सिंह बिष्ट द्वारा इस पर्व को संरक्षित करने तथा उसे हर्षोल्लास से मनाने के लिए विगत कई वर्षों से निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं। उनके ही प्रयासों से उत्तराखण्ड सरकार द्वारा फूलदेई को उत्तराखण्ड का बालपर्व घोषित किया गया है। आचार्य रोशन लाल गौड़ ने भी ग्रामीणों को अपनी संस्कृति को बचाए रखने के लिए आगे आने का अनुरोध किया। विद्यालय के सेवानिवृत प्रधानाचार्य राजे सिंह नेगी ने बच्चों के लिए जलपान की व्यवस्था करके उन्हें अपना आशीर्वाद दिया। इस अवसर पर विद्यालय एसएमसी की पूर्व अध्यक्ष सुनीता नेगी, गोदाम्बरी देवी, सुमित्रा देवी, देवेश्वरी देवी, विशम्बरी देवी, राजेश्वरी देवी, कमला देवी सहित विद्यालय के छात्र छात्राएं मौजूद रहे।