ब्यूरो रिपोर्ट।
देहरादून। उत्तराखंड के जिला देहरादून के क्षेत्र पछवादून में आबकारी विभाग सोया हुआ है आपको बता दें जिस तरह ठेकों पर ओवर रेटिंग चल रही है कहीं ना कहीं संबंधित विभाग इसमें नस मस्तक होता नजर आ रहा है मामला सहसपुर क्षेत्र का है जहां पर एक ठेके पर ₹500 प्रिंट वाली दारू को ₹540 में बेचा जा रहा है अब आप अंदाजा लगा सकते हैं किस तरह एक बोतल में ₹40 का प्रॉफिट ठेकेदार कर रहे हैं वही उसे प्रॉफिट का ना तो कोई टैक्स है ना कोई जीएसटी है गरीब जनता को लूटा जा रहा है देश की अर्थव्यवस्था में सबसे ऊपर दायत्व निभाने वाले ठेके जो के अब जनता को लूटने का काम कर रहे हैं वहीं अगर आबकारी विभाग के अधिकारियों को फोन किया जाता है
तो उनके द्वारा पत्रकार तक का फोन नहीं उठाया जाता अब आप अंदाजा लगा सकते हैं इसमें मिली भगत कहे या उच्च शरण की बात, अब सवाल उठता है लाखों की सैलरी लेने वाले आबकारी विभाग के अधिकारी क्या इन ठेकों से भी अपना मान सम्मान लेते हैं अगर नहीं तो इन ठेकों पर कार्यवाही क्यों नहीं करते आपको बता दें अगर एक बोतल पर ₹40 का प्रॉफिट कमाने वाला ठेकेदार दिन में 100 बोतल की बिक्री करता है तो वह 4000 का प्रॉफिट बिना किसी टैक्स बिना किसी जीएसटी के बना लेता है अब देखना यह होगा इस तरह के मामलों पर विभाग क्या संज्ञान लेता है
वहीं थाना रायपुर क्षेत्र अंतर्गत मयूर विहार में अंग्रेजी शराब के ठेके पर ग्राहकों एवं ठेके पर नियुक्त कर्मचारियों के बीच ओवरराइटिंग को लेकर गरमा गर्मी, 330 रूपये के आधा को बेचा जा रहा है 350 रूपये में(आधा पर अंकित मूल्य एवं भुगतान किए गए रूपये का स्क्रीन शॉट संलग्न) पर स्थानीय पुलिस मयूर विहार से चिता कर्मचारी आए पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया सोशल मीडिया पर स्थानीय पुलिस एवं आबकारी विभाग की मिलीभगत से ओवररेटिंग की जा रही है की बात की जा रही हैं, 0 जिससे स्थानीय पुलिस विभाग की छवि पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। थाना रायपुर की स्थानीय चीता पुलिस द्वारा ग्राहकों को बताया गया कि ठेके के बाहर जो रेट लिस्ट लगी है (जोकि आबकारी विभाग द्वारा सत्यापित नहीं है ना उसमें किसी उच्च अधिकारी के हस्ताक्षर हैं) उसके अनुसार ही रुपए लिए जाएंगे लेकिन तब भी ओवरराइटिंग चल रही है