फोटो– पवित्र नवगंगा मे पांडव के पश्वा स्नान-तपर्ण करते हुए ।
प्रकाश कपरूवाण।
जोशीमठ। ’’पांडवो ने नवगंगा में किया स्नान व पित्रों का तपर्ण किया । जोशीमठ के नृसिंह मंदिर मठागंण मंे बीते 23दिसबंर से शुरू हुए पांडव नृत्य के दसवें दिवस पांडवो ने नवगंगा पंहुचकर स्नान व पित्रों का तपर्ण किया। पंरपरानुसार गेडंा बध के दूसरे दिवस ही पांडव तपर्ण व स्नान करते है।
देवपुजाई समिति जोशीमठ के तत्वाधान मे आयोजित पौराणिक पंरपरानुसार नृंिसंह मंदिर मठांगण मे पांडव नृत्य का आयोजन बीती 23दिसबंर से शुरू हुआ। नौवे दिन अर्जन द्वारा गेंडा बध करने के उपरांत दसवे दिवस पांडवो के सभी पश्वा मठांगण से बाजे-गाजे के साथ नवगंगा-नोग पंहुचे। यहाॅ पूरे वैदिक रीति रिवाज के साथ पहले स्नान व तपर्ण हुआ, इसके बाद पांडवो के अस्त्र-शस्त्रो का स्नान व पूजन हुआ। इस मौके पर बडी संख्या मे श्रद्धालु भक्तगण मौजूद रहे।
नोग व डाडो मे स्थानीय निवासियों द्वारा पंाडवो का फूल मालाओ के साथ स्वागत कर उन्है जलपान कराया गया और दक्षिणा के साथ विदा किया गया।
स्नान के उपरांत पुन मठांगण पंहुचकर पांडव नृत्य का आयोजन हुआ। बुधबार को पांडव नृत्य आयोजन के अंतिम दिवस प्रात नृत्य के उपंरात पांडवो के अस्त्र-शस्त्र पूरे विध विधान के साथ पूजा/अर्चना के उंपरात पांडव मंदिर ज्योर्तिमठ मे सुसज्जित किए जाऐगें। इसके बाद मठांगण के शुद्धिकरण के लिए यज्ञ का आयोजन होगा। और तीन जनवरी को भोज का आयोजन किया जाऐगा।
देव पुजाई समिति के अध्यक्ष/बदरीनाथ के धर्माधिकारी आचार्य भुवन च्रद उनियाल, सचिव उमेश सती व कोषाध्यक्ष विजय डिमरी ने पांडव स्नान कार्यक्रम के दौरान नोग व डाडौ सहित अन्य स्थानो पर पांडव के पश्वाओ व देव पुजाई समिति का स्वागत करने पर देव पुजाई समिति की ओर से आभार प्रदर्शित करते हुए सभी भक्तजनो से पांडव नृत्य के समापन अवसर पर हवन-यज्ञ मे शामिल होने तथा तीन जनवरी को भोज कार्यक्रम मे मौजूद रहेने का आग्रह किया है।