हरेंद्र बिष्ट की रिपोर्ट
थराली।
श्री कृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व पर देवाल के नंदाधाम
नंदकेसरी में शुक्रवार को एक भव्य मेले का आयोजन हुआ।इस मौके पर शिव, पार्वती मंदिर परिसर में एक देव नृत्य का आयोजन हुआ जिसमें भगवती,लाटू,कली सहित अन्य देवी,देवताओं के पशुवाह अवतरित हुई जिन्होंने नाचते हुए श्रद्धालु का आशीर्वाद दिया।
श्री कृष्ण जन्माष्टमी के पर्व पर श्री नंदादेवी राजजात यात्रा के प्रमुख पड़ावों में सामिल नंदकेसरी में पारम्परिक मेले का आयोजन हुआ,प्रातः काल करीब 11 बजें धरा गांव से भगवती की डोली, निशाना के साथ गाजेबाजों के साथ भगवती,लाटू,काली आदि देवी, देवताओं के पशुवाह धरा गांव से पिंडर नदी स्थित गुप्त गंगा पहुंचे जहां पर सभी ने स्नान किया, उसके बाद देव डोली शिव, भगवती मंदिर परिसर में पहुंचे, जहां धरा गांव से पहुंचे देवी-देवताओं के पशुवाहों ने करीब एक बजें से ढोल, नगाड़ों के साथ देव नृत्य प्रस्तुत किया करीब एक घंटे तक देव नृत्य करते रहें,इस दौरान नाचते हुए पशुवाहों ने श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया। इसके बाद एक बार फिर से करीब साढ़े तीन बजे से पुनः मंदिर प्रांगण में देव नृत्य का आयोजन किया गया।इस दौरान मंदिर में देव स्तुति के झोड़ो का आयोजन भी किया गया।मेले के दौरान श्रद्धालुओं ने शिव, पार्वती,काली, भैरव, गणेश,शनि मंदिर आदि मंदिरों में पूजा-अर्चना कर मनौतियां मांगी।
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इस मौके पर दर्जाधारी राज्य मंत्री बलवीर घुनियाल ,देवाल के नवनियुक्त ब्लाक प्रमुख तेजपाल सिंह रावत, जेष्ठ प्रमुख दीपक गड़िया, हाटकल्याणी वार्ड से जिला पंचायत सदस्य उर्मिला बिष्ट भी मौजूद रहे। जबकि
आयोजन कमेटी के अध्यक्ष कलम सिंह बिष्ट,उपाध्यक्ष शेर सिंह,हरीश जुयाल,लखन रावत,महेश जुयाल,कोठी की प्रधान लक्ष्मी देवी,धरात्ल्ल एवं मल्ला धरा के प्रधान गोपाल सिंह,मंदिर के पुजारी दयाल सिंह,अनकपाल सिंह भुवन जुयाल,बलवंत सिंह, भुपाल सिंह बड़ियारी , रघुवीर बिष्ट यशवंत बड़ियारी आदि ने व्यवस्थाओं में सक्रिय भूमिका निभाई।