रिपोर्ट – सत्यपाल नेगी /रुद्रप्रयाग
रुद्रप्रयाग : जहाँ शासन-प्रशासन करोड़ो रुपया इस बात के लिए खर्च कर रहे हैँ कि प्लायन रुके ओर लोग अपने गाँवों,घरो मे बेहतर स्वरोजगार अपनाये जिसमे खेती,बागवानी,पशुपालन भी शामिल हैँ.
नहर टूटने से ग्रामीण परेशान———–
वही जनपद रुद्रप्रयाग के विकास खण्ड अगस्त्यम्युनि के मदोला की उपजाऊ खेती मे ख़डी धान,झंगोरा, दाले,मडूवा,आदि फसले पिछले 10दिनों से सिचाई की मुख्य नहर टूटने के कारण पानी के लिए तरस रही हैँ,नौबत यहाँ तक आ गई कि धान की कुछ खेती पानी ना मिलने से सूखने की कगार पर हैँ.
जबकि सर्व विदित हैँ जनपद रुद्रप्रयाग का मदोला गॉँव सबसे उपजाऊ खेती किसानी के लिए पहिचाना जाता हैँ,जबकि कि इस समय धान की फसल अंकुरित हो रही हैँ ऐसे मे उसे पर्याप्त पानी की जरूरत होती हैँ, जिससे धान की पौधों के साथ धान की बाले भी विकसित होती हैँ,मगर 10दिनों से पूरे गाँव के कृषक पानी के लिए परेशान ओर मायूस हैँ.
वही ग्राम प्रधान रोशनी देवी का कहना हैँ कि हमने विभाग को फोन के साथ साथ लिखित मे भी सूचना दी हैँ, सिचाई विभाग द्वारा जेई निरीक्षण करने आये थे,ओर नहर निर्माण की बात व समय लगेगा कह कर चले गये, मगर ग्रामीणों की सैकड़ो नाली सिचित खेती तब तक सूखकर तवाह हो जाएगी.
ग्राम प्रधान मदोला रोशनी देवी ने सिचाई विभाग से वैकल्पिक व्यवस्था से पानी चलाने के लिए पाइपो की माँग रखी हैँ,ताकि ग्रामीणो की फसलो,खेती को बचाया जा सके, लेकिन अभी तक विभाग ने इस ओर किसी भी प्रकार से गंभीरता नही दिखाई हैँ .
इधर जब हमने सिचाई विभाग के अधि.अभियन्ता प्रताप सिंह बिष्ट से इस बारे मे जानना चाहा तो उन्होंने नहर निर्माण के आदेश देने की बात कहीँ,जबकि अभी तक जमीन पर कोई कार्य शुरू नही हुआ,विभाग की माने तो नहर के कार्य के लिए ठेकेदार को कार्य दिया जाना हैँ, कार्य तभी शुरू होगा जब ठेकेदार के साथ एग्र्रीमेंट होगा,जबतक ठेकेदार नहर का कार्य शुरू करेगा तब तक गॉँव वालों की छ:महीनो की कड़ी मेहनत बर्वाद हो जायेगी, बिना पानी मिले-?
जबकि इस समय ग्रामीणो की खेती बचाने के लिए तुरंत पाइप द्वारा वैकल्पिक व्यवस्था से पानी पहुंचाने की प्रमुख आवश्यकता हैँ
अब देना होगा कि सिचाई विभाग कितनी जल्दी से मदोला गॉँव के किसानो की खड़ी फसलों को बचाने व राहत पहुंचाने मे तेजी दिखता हैँ.