रिपोर्टर-प्रियांशु सक्सेना
डोईवाला। पिछले 5 वर्षों से डोईवाला क्षेत्र का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं चिकित्सालय भाजपा सरकार द्वारा पीपीपी मोड में तब्दील कर हिमालयन अस्पताल के सहयोग से संचालित हो रहा है। जबसे यह सरकारी अस्पताल पीपीपी मोड में गया है और इसकी बागडोर हिमालयन हॉस्पिटल के हाथ में आ गई है, तब से क्षेत्रीय जनता और ग्रामीण को हर रोज अलग.अलग समस्याओं और महंगाई का सामना करना पड़ रहा है।
जिसके चलते कांग्रेस जिलाध्यक्ष गौरव चौधरी के नेतृत्व में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा और यूकेडी के डोईवाला विधानसभा प्रत्याशी शिव प्रसाद सेमवाल के नेतृत्व में गुरुवार को सरकारी अस्पताल के बाहर सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता एकत्रित हुए और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डोईवाला को पीपीपी मोड़ से मुक्त करने को लेकर सांकेतिक धरने पर बैठकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
सरकार द्वारा ग्रामीणों और क्षेत्र वासियो के भले और अस्पताल के उच्चीकरण के लिए इससे हिमालयन अस्पताल के साथ मिलकर चलाने की योजना बनाई गई और पीपीपी मोड में कर दिया गया। परन्तु हुआ इसका ठीक विपरीत मरीजो को स्वस्थ लाभ मिलना तो दूर उन्हें दिक्कतों और परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
पूर्व विधायक हीरा सिंह बिष्ट ने बताया कि कांग्रेस के शासन में अस्पताल 50 बेड का शीकृत हुआ था और जनता में खुशी की लहर थी। लेकिन जैसी ही बीजेपी की सरकार आई उन्होंने अस्पताल को पीपीपी मोड में कर हिमालयन अस्पताल से एफिलेटेड कर दिया गया। यह स्वास्थ्य केंद्र बस एक रेफरेंस सेंटर रह गया जो दुर्दशा कोरोना महामारी में जनता को झेलनी पड़ी जनता ही जानती है।
उन्होंने बताया कि इस चिकित्सालय को पीपीपी मोड में करने की आवश्यकता नहीं थी। यह बहुत बड़ा ब्लॉक है बहुत बड़ी आबादी है। उन्होंने बताया कि अगर इस अस्पताल को 50 बेड का अस्पताल मैं नहीं दिल किया जाएगा और से पीपीपी मोड से मुक्त नहीं किया जाएगा
तो हम अनिश्चितकालीन धरना करेंगे।
यूकेडी नेता शिव प्रसाद सेमवाल ने बताया कि यह धरना तब तक जारी रहेगा जब तक पीपीपी मोड के तहत एग्रीमेंट हिमालयन अस्पताल के साथ किया गया है वह रद्द नहीं किया जाता है। प्रो बोनो एग्रीमेंट के तहत जनता को यह बताया गया था की यह पर पहले से ज्यादा चिकित्सक होंगेए पहले से ज्यादा जांच होंगी, पहले से ज्यादा सर्जरी होंगी, पहले से ज्यादा दवाइयां मिलेगी।
लेकिन जबसे यह यहां अस्पताल प्रो बोनो एग्रीमेंट कैसा है हिमालयन अस्पताल के अंडर में गया है तबसे अस्पताल में तो सभी प्रकार की जांचे हो रही है न ही सर्जरी हो रही है। पहले अस्पताल में डॉक्टर रहते थे परंतु अब उनका ट्रांसफर कर दिया गया है हिमालय अस्पताल के डॉक्टर मरीजो का सही ढंग न तो इलाज करते है बस वह उन्हें हिमालयन अस्पताल में रेफर कर देते हैं।
इस दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष गौरव सिंह, पूर्व विधायक हीरा सिंह बिष्ट, सभासद गौरव मल्होत्रा, हेमा पुरोहित, मनोज नौटियाल, नगर ओबीसी अध्य्क्ष भारत भूषण कौशल, सोनी कुरेशी आदि मौजूद रहे।