डोईवाला (प्रियांशु सक्सेना)। शहीद दुर्गा मल्ल पीजी कॉलेज, डोईवाला के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष राजकिरण शाह ने महाविद्यालय प्राचार्य के माध्यम से श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के कुलपति और कुलसचिव को एक ज्ञापन प्रेषित किया। उन्होंने विवि प्रशासन पर तकनीकी और प्रशासनिक लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि इससे छात्रों के भविष्य पर प्रत्यक्ष रूप से नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।
राजकिरण शाह ने बताया कि विश्वविद्यालय की परीक्षा शाखा एवं हेल्पलाइन नंबर पूरी तरह निष्क्रिय हैं। परीक्षा विभाग का संपर्क नंबर लगातार आउट ऑफ सर्विस रहता है। उन्होंने कहा कि जब छात्रों की समस्याएं सुनने और समाधान करने वाली प्रणाली ही काम नहीं कर रही है, तो विद्यार्थी अपनी समस्याएं किससे साझा करें।
वहीं, समर्थ पोर्टल पर प्रकाशित परिणामों में अंकों का विवरण नहीं दिखता, जिससे छात्रों को यह जानने में कठिनाई होती है कि किस विषय में कितने अंक से उत्तीर्ण या अनुत्तीर्ण हुए हैं। कई मामलों में उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं को अनुत्तीर्ण या अनुपस्थित दिखाया गया है लेकिन ऐसे मामलों की जांच के लिए विवि के पास कोई स्पष्ट और सुलभ प्रक्रिया नहीं है।
उधर, आरटीआई पोर्टल भी या तो काम नहीं करता या उस पर भेजे गए आवेदनों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी जाती। डिग्री के लिए आवेदन करने के बावजूद 4-5 महीने बीतने के बाद भी छात्रों को कोई उत्तर या डाक से दस्तावेज प्राप्त नहीं होता। पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ने कहा कि जब छात्र त्रुटिपूर्ण परिणाम सुधार के लिए कॉलेज से आवेदन भेजते हैं तो वे लंबे समय तक लंबित रहते हैं।
परिणामों में सुधार तब तक नहीं होता, जब तक छात्र स्वयं विश्वविद्यालय जाकर बार-बार निवेदन न करें। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि समय रहते इन समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो छात्रों का भविष्य अंधकारमय हो सकता है। साथ ही उन्होंने आग्रह किया कि एक पारदर्शी, जवाबदेह और छात्र हितैषी प्रणाली तत्काल विकसित की जाए, जिससे छात्रों का विश्वविद्यालय पर विश्वास बना रहे।