नौगांव। नमामि गंगे के तहत प्राकृतिक जल स्रोतों के संरक्षण एवं संवर्धन को लेकर नौगांव विकास खंड के तिंया गांव में बांज एवं देवदार के विभिन्न पौधों का रोपण किया गया।
नमाने गंगे के कार्यक्रम अधिकारी दौलतराम रंवाल्टा राईका नौगांव में तैनात प्रवक्ता पुर्णानंद डोभाल ने कहा कि निकट भविष्य में पर्यावरण प्रदूषण एवं वृक्षों की कमी से प्राकृतिक जलस्रोत सूख रहे है और इन पौधों के रौपण से प्राकृतिक जल स्त्रो का संरक्षण होगा । कहा कि वनों में अनियंत्रित दोहन से प्रतिवर्ष वायुमंडल में तापमान बढ़ रहा है परिणाम तह अल्प वृष्टि तथा निम्न पर्वतीय भागों में हिमपातन नहीं हो रहा है इसका प्रत्यक्ष प्रभाव पर्वतीय क्षेत्रों के जल स्रोतों पर पड़ रहा है समय रहते यदि प्राकृतिक जल स्रोतों को संरक्षित नहीं किया गया तो आने वाले समय में विनाशकारी जलसंकट पैदा होगा । और जल की कमी से गांव के विस्थापन पर भी असर पड़ेगा ।
सामाजिक कार्यकर्ता संजय थपलियाल ने भी मानव जाति को जल संकट से बचने के लिए लोगों से निस्वार्थ भाव से वृक्षारोपण करने को लेकर प्रेरित किया । धनीराम डोभाल ने कहा कि वृक्षों को सुरक्षित रखना हम सब का परम कर्तव्य है। उन्होंने बताया इससे पुर्व मंजियाली और मानण गांव मे भी बांझ के पौधे रोपे गये ।
इस मौके पर जय प्रकाश, सुमन प्रसाद, शांति प्रसाद, सरिता देवी बन सरपंच नवीन बहुगुणा भरत दास गोपेश्वर प्रवीण सुनील सत्य स्वर थपलियाल दिपक बहुगुणा बृजमोहन रतूड़ी आदि ग्राम वासियों ने भी सहयोग किया।