आज दिनांक 27-09-2021 को लगातार 115वें दिन भी ब्यासी बांध से पुर्ण रुप से प्रभावित एकमात्र जनजातीय राजस्व गांव लोहारी का धरना प्रदर्शन जारी रहा,जिसमें ग्रामीणों द्वारा प्रदेश सरकार की जनविरोधि नीतियों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अपना रोष व्यक्त किया गया।
ब्यासी बांध जलविधुत परियोजना से पुर्णरुप से प्रभावित एकमात्र जनजातीय राजस्व गांव लोहारी भी विगत 115 दिनों से प्रदेश की तानाशाही हुकुमत से लगातार अपने हक-हकूक व अधिकारों की लडाई बिना रुके,बिना थके, बिना डरे अनवरत रुप से लड रहा है,लोहारी के ग्रामीणों के हौसले इतने बुलंद हैं कि कोई भी उन हौसलों को डिगा नहीं सकता,वर्तमान प्रदेश सरकार का लोहारी के ग्रामीणों के प्रति उदासीन तथा निरंकुश रवैया समझ से बिल्कुल परे है जो कि बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
किसी के लिए भी ये समझना कतई मुश्किल नहीं है कि जब भी किसी परियोजना हेतु सरकारों द्वारा भूमि अधिग्रहण किया जाता है तो जिसकी भूमि का अधिग्रहण किया जाता है तो भूमि के बदले भूमि आवंटन किया जाता है,जो कि भूमि देने वाले का संवैधानिक अधिकार भी है,जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण टिहरी बांध विस्थापित हजारों परिवार हैं जिन्हें हर्बटपुर से लेकर ऋषिकेष तक बसाया गया है,परंतु बात जब ग्राम लोहरी के ग्रामीणों के लिए भूमि आवंटन की आती तो वर्तमान प्रदेश सरकार हाथ खड़े कर देती है,जो कि प्रदेश सरकार की दोहरी नीति को दर्शाता है।
लोहारी के ग्रामीणों की मांग है कि जब तक राज्य सरकार 3-जनवरी-2017 के कैबिनेट के प्रस्ताव को पुनः कैबिनेट में लाकर बहाल नहीं कर देती तक आंदोलन अनवरत जारी रहेगा।आज धरना स्थल पर श्री जीवन सिंह,सरदार तोमर,दिनेश तोमर,नरेश चौहान,दिनेश चौहान,बलबीर चौहान,कुम्पाल चौहान,शूरवीर तोमर,संजय चौहान,राजेन्द्र तोमर,गजेन्द्र चौहान,अमित चौहान,टीकम सिंह,विजय चौहान,राजपाल तोमर,पूरणचन्द,कल्लू,श्रीमति बिजमा देवी,सावित्री देवी,गुल्लो देवी,प्रमिला तोमर,शर्मिला तोमर,प्रकाशी देवी,धनवी तोमर,प्रियल,नथो देवी,चिंकी,अन्जू आदि लोग उपस्थित रहे।