अगर आप सर्दियों में अंगीठी या कोयला जलाते हैं, तो सावधान रहें, क्योंकि यह हर किसी के लिए खतरनाक है। अंगीठी में इस्तेमाल होने वाले कोयले या लकड़ी के जलने से कार्बन मोनोऑक्साइड के अलावा कई जहरीली गैसें निकलती हैं, जिससे जान जा सकती है।
हम यह बात आपको इसलिए बता रहे हैं कि उत्तराखंड के टिहरी में चंबा के निकट हडम मल्ला गांव में अंगेठी के धुएं के घुटन से एक मजदूर की मौत हो गई, जबकि उसके दो अन्य साथी बेहोश हो गए। दोनों को चंबा के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया है। हडम मल्ला गांव में मजदूर किराए के मकान पर रहते थे। रविवार सुबह मकान मालिक ने किराएदारों के दरवाजे बंद देखे। इस पर उन्होंने अंदर सो रहे लोगों को आवाज दी, मगर कोई जवाब नहीं आया।
किसी अनहोनी को भांपते हुए दरवाजे को तोड़ा गया, तो तीनों कमरे में अचेत अवस्था में बिस्तर पर पड़े थे।सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। तीनों मजदूरों को निजी अस्पताल पहुंचा गया, जहां डॉक्टर ने परवेज (26) पुत्र जमशेद निवासी लाडवा मुजफ्फरनगर को मृत घोषित कर दिया।
उसके साथ कमरे में सो रहा नितिन पुत्र सुरेश निवासी शादीपुर बिजनौर और कमल पुत्र चंद्रपाल गीतानगर ऋषिकेश अभी अचेतन अवस्था में अस्पताल में भर्ती है।