दोस्तों हमारे चमोली जिले के एक जवान 22 वर्षीय रोहित मैंदोली पिछले महीने 2 फरवरी 2019 को शहीद हो गए थे, जो कि मूलतः गाँव-सैंती, विकासखंड- घाट के रहने वाले थे और इस समय उनकी पोस्टिंग राजस्थान के बीकानेर में थी । सन 2017 को गढवाल राइफल मैं भर्ती हुए थे. आज सोशल मीडिया पर शहीद रोहित मंदोली की शहीद होने की खबरें प्रमुखता से वायरल हो रही हैं.
कुछ लोग सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर इसे ताजा मामला समझ रहे हैं लेकिन आपको बता दें कि शहीद रोहित मंदोली पिछले महीने शहीद हुए थे, आज 7 मार्च को इस खबर को कई फेसबुक ग्रुप में पोस्ट किया जा रहा है. खैर उत्तराखंड के जनमानस की भावना भी सम्मानीय है. बता दें कि रोहित प्रमोशन के लिये आगे की परीक्षाएं दे रहे थे.
2 फ़रवरी को दोपहर में अपनी शीट देखने गए ही थे की अचानक उनकी तबियत बिगड़ गई थी, उसके बाद फ़ौरन उन्हें सेना अस्पताल में भर्ती कराया गया जहा उपचार के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया था. 4 फरवरी को देर शाम उनका पार्थिव शरीर घाट तहसील मुख्यालय पंहुचा था और 5 फरवरी को सुबह साढ़े दस बजे उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव सेंती लाया गया , तिरंगे में लिपटे शव को देख कर माँ बेशुध हो गई थी.
सैनिक की अंतिम यात्रा में गढ़वाल राइफल के अधिकारी – जवान सहित , पूर्व सैनिक , एवं बड़ी संख्या में जन प्रतिनिधि एवं आस पास गावों का जान सैलाब उमड़ पड़ा था. मृतक सैनिक के भाई राजेंद्र प्रसाद ने उनके शव को मुखाग्नि दी थी. वीर शहीदों को जितना नमन करो उतना कम है. जय हिंद.