प्रकाश कपरवाण जोशीमठ।
बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल ने कहा कि पैनखंडा जोशीमठ से चिपको आंदेालन की गूॅज विश्व भर मे पंहुचाने वाली गौरा देवी ने पर्यावरण संरक्षण व वनो को बचाने की एक अनोखी मिशाल पेश की है। और उर्गम घाटी ने गौरा देवी के वनो के प्रति समपर्ण को हमेशा जीवन्त रखने की मुहिम पिछले 23वर्ष पूर्व शुरू की थी, इसके लिए घाटी के ग्रामीण व जनदेश संगठन बधाई के पात्र है।
श्री थपलियाल यहाॅ उर्गम घाटी मे आयोजित 24वाॅ गौरा देवी पर्यावरण एवं प्रकृति पर्यटन मेले को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होने कहा कि प्रकृति की अनमोल धरोहर उर्गम घाटी जो चारो ओर से हरे-ंउचयभरे पेडो व जंगलो से आच्छादित है। यहाॅ के ग्रामीणों ने पर्यावरण व वनो के महत्व को सम-हजया है।
रैणी गाॅव की गौरा देवी ने भी वनो पर अत्याचार के खिलाफ महिलाओ को एकजुट कर पेडो को कटने से बचाने के लिए पेडो पर चिपक गई थी। और पेडो से चिपकने का यह आंदोलन चिपको के नाम से विश्व भर मे प्रसिद्ध हुआ। उन्होने कहा कि उर्गम घाटी के ग्रामीणो व सामाजिक संगठन जनदेश ने गौरा देवी के पर्यावरण के प्रति समपर्ण को गहराई से सम-हजया और बीते 23वर्षो से निरंतर गौरा देवी के नाम से यह मेला आयोजित किया जा रहा है।
इसके लिए उर्गम घाटी की सभी ग्राम पंचायतो के ग्रामीण, युवकमंगलदल, महिला मंगलदल, सामाजिक संगठन बधाई के पात्र है। श्री थपलियाल ने कहा कि रैणी मे गौरा देवी द्वारा पेडो से चिपक कर जो आंदेालन चलाया गया था वे स्वयं भी उसके प्रत्यक्षदर्शी रहे है।
बीकेटीसी के अध्यक्ष ने कहा उन्है भगवान बदरीनाथ व केदारनाथ की सेवा का अवसर मिला है। पंच बदरी व पंच केदारों तक श्रद्धालु अधिक से अधिक पंहुचे इसके लिए भी वे प्रयासरत है। कहा कि हेलंग-ंउचयउर्गम मोटर मार्ग पर यात्रियों के आवागमन देख उन्हें बेहद प्रसन्नता हुई। उर्गम घाटी ही एक ऐसा क्षेत्र है जहाॅ पंच बदरी मे एक ध्यान बदरी व पंच केदारों मे एक कल्पनाथ भगवान विराजमान है। और बारह महीनो दोनेा मंदिरो के कपाट खुले रहते है।
यहाॅ बारह महीने तीर्थाटन के लिए देशभर से लोग पंहुचे इसके लिए मंदिर समिति भी ब्यापक प्रचार-ंउचयप्रसार करेगी। इससे पूर्व मेला स्थल पंर पंहुचने पर बदरी-ंउचयकेदार मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल का बाजे-गाजो के साथ स्वागत किया गया। श्री थपलियाल द्वारा रिबन काटकर व दीप प्रज्वलन कर दो दिवसीय पर्यावरण मेले की विधिवत शुरूवात की गई।
समाजसेवी राजेन्द्र रावत के संचालन मे हुए उदघाटन समारोह को संबोधित करते हुए आयोजन समति के सचिव लक्ष्मण नेगी ने गौरा देवी पर्यावरण एंव प्रकृति पर्यटन मेले की शुरूवात से लेकर 23वर्षो मे किए गए कार्यो की विस्तार से जानकारी दी। उर्गम के प्रधान हरीश परमार, देवग्राम की प्रधान पूर्णी देवी, भर्की के प्रधान दुलब सिह रावत, ल्यारी-ंउचयथैणा की प्रधान नर्बदा देवी, वन पचंायत सरपचं भगवती प्रसाद सेमवाल, पूर्व प्रधान शंकर सिंह चैहान सहित अनेक लोगो ने मुख्य अतिथि श्री थपलियाल का माल्यापर्ण
किया।
इस मौके पर लोक संस्कृति को जीवित रखने के सफल प्रयासों के लिए विश्व धरोहर रम्माण के संयोजक डा0कुशल भंडारी, वागवानी विकास मेे अहम योगदान देने वाले प्रगतिशील काश्तकार इंद्र सिंह विष्ट,ग्रामीण पर्यटन को ब-सजयावा देने की शुरूवात करने वाले राजेन्द्र नेगी,,ट्रैकिंग के क्षेत्र कार्य करने वाले हरि कंडवाल, स्टेप टीम के लीडर सोमनाथ, तरूण विज्ञान पर्यावरण शिक्षण संस्थान उत्तरकाशी के नागेन्द्र दत्त के अलावा इस वर्ष राजकीय इण्टरमीडिएट कालेज तपोवन से इण्टर परीक्षा मे सर्वोच्च स्थान हासिल करने वाले शिवम विष्ट, तथा हाईस्कूल मे सर्वाच्च स्थान हासिल करने वाले आकाशदीप पंत को 24वेॅ गौरा देवी पर्यावरण सम्मान से नवाजा गया। सभी चयनित महानुभावों को बीकेटीसी के अध्यक्ष श्री थपलियाल द्वारा सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर भाजपा नेता व विधान सभा संयोजक राकेश भंडारी, पूर्व नगर अध्यक्ष भगवती प्रसाद नबूरी, मीडिया प्रभारी कुलदीप कठैत, अलकंनदा वन प्रभाग के वन क्षेत्राधिकारी पीएस बुटोला, कथावाचक आचार्य मोहन प्रसाद सेमवाल, दरबान सिंह नेगी, राम सिंह नेगी,,बख्तावर सिंह रावत, प्रकाश डिमरी सहित अनेक लोग मौजूद थे। उदघाटन अवसर पर स्कूली बच्चो द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शानदार प्रस्तुतियाॅ प्रस्तुत की गई। स्कूली बच्चो ने प्रात प्रभात फेरी निकालकर लोगो को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक किया।