हरेंद्र बिष्ट की रिपोर्ट।
थराली। आंग्ल वर्ष 2024 की विदाई एवं नववर्ष 2025 के स्वागत के लिए चमोली जिले के प्रसिद्ध भैकलताल एवं ब्रहमताल में अब तक करीब तीन सौ से अधिक पर्यटक जमा हो चुके हैं और पर्यटकों के आने का सिलसिला लगातार जारी हैं। इसके अलावा पर्यटन नगरी लोहाजंग, वांण दीदीना आने स्थानों पर भी भारी संख्या में पर्यटकों के आने से पर्यटन व्यवसायियों के चेहरे खिल उठे हैं।
पिछले एक दशक से भैकलताल जो कि करीब 8500 फीट एवं ब्रहमताल 9500 फीट की ऊंचाई पर स्थित है देशी एवं विदेशी पर्यटकों की चाहता सैरगाह बनते जा रहे हैं। विकासखंड देवाल के पर्यटन स्थल लोहाजंग से करीब 8 किमी की दूरी पर भैकलताल एवं 11 किमी की दूरी पर ब्रहमताल स्थिति हैं।इस पैदल ट्रैक को एक एवं दो दिनों में पर्यटक पूरा करते हैं।इन स्थानों की खूबसूरती के पर्यटक कायल बनते जा रहे हैं। दोनों ही पर्यटक स्थलों पर्यटक ग्रीष्मकालीन एवं शीतकालीन में आते हैं ग्रीष्मकाल में जहां यहां स्थित प्राकृतिक तालों की खूबसूरती का दिदार करने के अलावा यहां से दूर तक दिखने वाले प्राकृतिक सौंदर्य जो देखते ही बनते हैं को देख पर्यटक रोमांचित हो उठते हैं।वही शीतकाल में पर्यटक इस क्षेत्र में दो से तीन फीट तक गिरने वाली बर्फ का आनंद लेने के लिए यहां पहुंचे हैं।
———-
रूपकुंड पर्यटन विकास समिति के अध्यक्ष इंद्र सिंह राणा ने बताया कि पिछले दो दिनों में भैकलताल, ब्रहमताल क्षेत्र में जमकर बर्फबारी हुई हैं।इस दौरान सैकड़ों की संख्या में पर्यटक लोहाजंग में पहुंच गए थे। किंतु भारी बर्फबारी से किसी भी अनहोनी से बचने के लिए जिला प्रशासन ने भैकलताल, ब्रहमताल की ट्रेनिंग को रोक दिया था। किंतु रविवार को मौसम खुशगवार हो जाने के बाद करीब 3-4 सौ पर्यटक दोनों पर्यटक स्थलों की ओर कूच कर गए हैं, और जाने का सिलसिला जारी है। जबकि लोहाजंग,वांण,दीदीना आदि स्थानों पर भारी संख्या में पर्यटक मौजूद हैं।
——–
भैकलताल एवं ब्रहमताल में शुक्रवार एवं शनिवार को जमकर बर्फबारी हुई हैं। जिससे पर्यटकों में दोनों ही स्थानों पर जाकर बर्फ से खेलने की हौड सी मच गई हैं। इसके अलावा लोहाजंग क्षेत्र में इस साल को विदा करने एवं नए साल के स्वागत करने के लिए लगातार पर्यटकों के आने का सिलसिला जारी है। जिससे पर्यटन व्यवसायियों के चेहरों पर रौनक साफ झलक रही हैं।