गांवों का खाली होना हमारे लिए चिन्ता का विषय
हल्द्वानी। प्रदेश के पूर्व काबिना मंत्री व भाजपा विधायक बिशन सिंह चुफाल ने कहा कि पहाड़ से पलायन रोकने के लिए स्वास्थ्यए शिक्षा व रोजगार की विशेष दरकार है। इसके लिए व्यापक स्तर पर कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अन्तर्गत दूरस्थ्य क्षेत्रों में सड़क तो पहुंच गयी हैए लेकिन बाकी समस्याएं बनी हुई है। जब तक इनका उचित निराकरण नहीं होता पलायन नही रूक सकता।
श्उत्तराखंड वाणी संकलनश् से विशेष वार्ता के दौरान वरिष्ठ भाजपा नेता श्री चुफाल ने कहा कि पहाड़ में समस्याओं का अम्बार लगा हुआ है जिस कारण लोग पलायन कर रहे है। उन्होंने कहा कि आज गांव के गांव खाली हो रहे हैए खासकर हिमालय की तलहटी से लगे गांव तो पूरी तरह खाली हो गये है। यह हमारे लिए चिन्ता का विषय भी है। उन्होंने कहा कि स्कूलों में शिक्षकों के बड़ी संख्या में पद खाली पड़े हुए है जिनमें अस्थाई तौर पर स्थानीय बेरोजगारों की नियुक्ती की जा सकती हैए इससे पलायन भी रूकेगा। गांवों में अस्पताल तो खुले हुए है लेकिन उनमें इलाज करने वाला नहीं है। जिस कारण भी लोगों को वाहर जाना पड़ता है। सबसे अहम बात यह है कि पहाड़ के अन्दर आज भी अर्थ व्यवस्था काफी खराब है। लोगों के पास रोजगार का कोई साधन नहीं है और खेती.बाड़ी जंगली जानवर चौपट कर रहे हैए इस पर ध्यान दिया जाना बहुत जरूरी है।
श्री चुफाल ने कहा कि गांवों से पलायन रोकने के लिए रोजगार की व्यवस्था करना अतिआवश्यक है। इसके लिए लघु.कुटीर धंधोंए जड़ी बूटी पर आधारित खेती को विशेष रूप से बढ़ावा दिया जाना चाहिए। जिसमें उंचाई वाले क्षेत्रों में तेजपत्ताए अदरकए हल्दीए कुटकीए असीसए सालमपंजाए जम्बू आदि की खेती की जा सकती है। जबकि घाटी वाले क्षेत्रों में सब्जी का उत्पादन किया जा सकता है। इसके लिए लोगों को प्रोत्साहित किये जाने की जरूरत है। उन्होंने आगे कहा कि पहाड़ में अतिवृष्टि से जन.जीवन को हमेशा खतरा बना रहता हैए इसलिए बड़ी संख्या में लोगों को वन पंचायत आदि की सुरक्षित भूमि पर पुनर्वास किये जाने की आवश्यकता है। अतिवृष्टि से खतरे के चलते भी कई लोग पलायन कर गये है। वार्ता के दौरान श्री चुफाल ने यह भी कहा कि जंगलों में करोड़ों की सम्पत्ति के रूप में कीमती लकड़ी सड़ रही है। जबकि तमाम शवदाह गृहों में लकड़ी ही नहीं है। इन बेकार पड़ी लकड़ियों को उठाने की अनुमति मिलनी चाहिएए ताकि इसका सही उपयोग हो सके। उन्होंने कहा कि वह इन तमाम समस्याओं के लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से वार्ता करेंगे और उत्तराखंड से पलायन रोकने की दिशा में विशेष पहल करायेंगे।
.राजेन्द्र सिंह क्वीरा