रिपोर्टर-प्रियांशु सक्सेना
डोईवाला। पात्र दशहरा मेला एवं क्रीड़ा समिति डोईवाला द्वारा आयोजित दशहरा मेले में पहुंची सैकड़ो की भीड़। वहीं दूसरी ओर रानीपोखरी में आयोजित मेले में भी देखा लोगों का हुजूम।
बुधवार को विजय दशमी के अवसर पर श्रद्धालुओं ने मंदिरों व घरों में पूजा अर्चना की और दशहरा पर्व को अच्छाई की बुराई पर जीत के त्योहार के रूप में मनाया। दशहरे के त्योहार को कई जगहों पर विजयादशमी के नाम से जाना जाता है।
सनातन धर्म की संस्कृति को दर्शाते हुए श्री राम सेना द्वारा शिव मंदिर कुड़कावाला से जॉलीग्रांट तक भव्य शोभायात्रा निकाली गई। साथ ही पात्र दशहरा मेला एवं क्रीड़ा समिति द्वारा प्रेमनगर शिव मंदिर से मेला स्थल तक शोभा यात्रा निकाली गई व रानीपोखरी में भी लगभग दो किलोमीटर लंबी शोभा यात्रा निकाली गई।
रावण दहन से पूर्व मेला स्थल पर सनातन संस्कृति से जुड़े कई महत्वपूर्ण दृश्य दिखाएं व युवा पीढ़ी को सनातन धर्म के प्रति जागरूक किया।
रानीपोखरी में बना 60 फिट ऊंचा रावण आकर्षण का केंद्र रहे। कार्यक्रम आयोजक ग्राम प्रधान सुधीर रतूड़ी ने बताया की विगत दो वर्षो से दशहरे मेला का आयोजन नही हुआ, परंतु इस वर्ष धूम धाम से मेले का आयोजन किया गया। जिसमें रावण को दहन होता देखने सैकड़ो की संख्या में लोग एकत्रित हुए
डोईवाला मेला ग्राउंड में भी 55 फुट के रावण व 45 फुटा मेघनाथ और सोने की लंका का दहन किया। जिसको देखने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। दहन से पूर्व सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए।
पात्र दशहरा मेला एवं क्रीड़ा समिति अध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद लोधी ने बताया की कार्यक्रम में शोभायात्रा, लंका दहन, लक्ष्मण मेघनाथ संवाद, राम कुंभकरण संवाद व राम.रावण युद्ध के माध्यम से सनातन संस्कृति को बढ़ावा देना का उद्देश्य है।