फोटो-
01-सलूड डुंग्रा-गणाई निर्माणाधीन इसी मोटर मार्ग के कारण सलूड-डुंग्रा गाॅवों मे भारी नुकसान हुआ।
02- बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग के खनौटी गधेरे के समीप बने ढाबे मलबे के साथ राजमार्ग में समा गए।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। बीती रात्रि को हुई मूसलाधार वारीश ने पैनख्ंाडा जोशीमठ के कई क्षेत्रों में भारी तबाही मचाई है। ग्रामीणों के खेत खलिहान व घरो मे मलबा घुसा। एनटीपीसी के नव निर्मित स्विच यार्ड मे भी मलबा घुसा, बदरीनाथ राष्ट्रीय राज मार्ग के खनौटी गधेरे के ऊफान ने कई ढाबो को नेस्तनाबूत किया। हेलंग-उर्गम मोटर मार्ग भी कई स्थानो पर मलबा आने से बाधित हुआ।
बीती रात्रि को पूरे पैनंखडा मे हुई मूसलाधार वारीश ने सबसे ज्यादा कहर सलूड-डुंग्रा घाटी मे मचाया। यहाॅ सैकडो नाली भूमि मे लहलहाती फसल मलबे की भेंट चढ गई तो कई घरो मे मलबा व पानी घुसने से लोगो ने भागकर जान बचाई। कई घरो व गौशालाओं मे दरारे पड गई है। जोशीमठ-सलूड डुंग्रा मोटर मार्ग भी कई जगह बाधित हो गया है। सलूड डुंग्रा के जंगलो मे संभवत बादल फटने के बाद आए मलबे ने न केवल सलूड-डुंग्रा गाॅव ब्लकि बदरीनाथ राष्ट्रीय राज मार्ग पर खनौटी गधेरे के पास बने ढाबो को भी अपने चपेट मे ले लिया और कई ढाबे नेस्तनाबूत हो गए। खनौटी मे कई घंटे मार्ग बाधित रहा।
सलूड-डुंग्रा की ओर से आया मलबा व पानी अणीमण मे निर्मित एनटीपीसी के स्विच यार्ड मे जा घुसा। अभी वहाॅ हुए नुकसान की पुख्ता जानकारी नही मिल सकी है। सलूड-डुंग्रा मे खेत खलिहानेा के भारी नुकसान के पीछे निर्माणाधीन सलूड-गणाई-मोल्टा सडक मार्ग बताया जा रहा है। अनियत्रित कटिंग के कारण भूमि व भवनो की क्षति होना बताया जा रहा है। सलूड-डुंग्रा मे हुए नुकसान की सूचना पर एसडीएम अनिल चन्याल ने मौके पर राजस्व टीम को भेजा।
सलूड-डुंग्रा मे हुए नुकसान की सूचना लेकर जिला पंचायत के पूर्व सदस्य भरत सिंह कुॅवर व निर्वतमान प्रधान भजन लाल सहित कुछ ग्रामीण मुश्किल से तहसील मुख्यालय पंहुचे। यहाॅ उन्होने एसडीएम को ज्ञापन देकर नुकसान की विस्तार से जानकारी देते हुए इसके कारणो से भी अवगत कराया। दिए गए ज्ञापन मे कहा गया है कि सलूड-से गणाई-मोल्टा के लिए निर्माणाधीन सडक जिसका एलाइमेंट बदला गया है उसके कारण ही सलूड-डुंग्रा गाॅव मे भारी नुकसान हुआ है। कहा कि ठेकेदार व विभाग ने अपनी सुविधा के अनुसार रोड कटिंग तो कर दी लेकिन सुरक्षा दीवारों का निर्माण नही किया गया जिसके कारण सडक व खेतो का मलबा भी लोगो के घरो मे जा घुसा।
ज्ञापन मे यथाशीध्र पूरे क्षेत्र का सर्वेक्षण कर नुकसान की भरपाई करने व सुरक्षा दीवाल निर्माण कराने की मंाग की गई है।
इधर भारी बारीश के चलते बदरीनाथ राष्ट्रीय राज मार्ग का नासूर लामबगड भी अवरूद्ध हो गया था। सुबह साढे दस बजे एक बार मार्ग खोलने के बाद दोपहर मे फिर एक बार बंद हुआ। जेसीबी आपरेटर व मजूदर जान जोखिम मे डालकर किसी तरह मार्ग को खोल रहे है। लामबगड मे हल्की वारीश होते ही पहाडी से पत्थर व बोल्डर गिरना शुरू हो जा रहे है। जोशीमठ प्रख्ंाड मे टंगणी, पागलनाला टंगणी, व खनौटी मे भी मार्ग अवरूद्ध रहा, लेकिन एनएच व बीआरओ मार्ग खोलता रहा जिसके चलते लोगो का ज्यादा दिक्कतो का सामना नही करना पडा। खैनाटी गधेरे मे मलबा व पानी आने के बाद वाहनो व पैदल आवाजाही कराने के लिए थानाध्यक्ष जेएस नेगी स्वयं ही पूरी टीम के साथ मौके पर डटे रहे। हेलंग-उर्गम मोटर मार्ग भी कई स्थानो पर मलबा आने से अवरूद्ध हो गया है।