डोईवाला (प्रियांशु सक्सेना)। उत्तराखंड को स्वतंत्र राज्य बने 24 वर्ष पूरे हो गये और प्रदेश अपने रजत वर्ष में प्रवेश कर गया। शनिवार को मां श्रीमति कौशल्या बोरा फाऊंडेशन द्वारा सिमलास ग्रांट दुधली में राज्य स्थापना दिवस पर प्रदेश आंदोलनकारी शहीदों को याद किया गया।
ग्रामीणों ने आन्दोलन में लापता शंकर पाण्डेय को न्याय दिलाने की मांग की। पूर्व प्रधान उमेद बोरा ने बताया की दूधली क्षेत्र के आंदोलनकारी दिल्ली कूच से वक्त से लापता है। राज्य गठन के 24 वर्षों बाद भी उन्हें आज तक न्याय नहीं मिला है।
संस्था अध्यक्ष सुषमा बोरा ने कहा राज्य आंदोलनकारी सूची में अभी भी कई लोग शामिल नहीं हैं। सरकार उचित जांच कराने के बाद आंदोलनकारी सूची जारी करे। शिक्षाविद् जितेंद्र कुमार व चतर बोरा ने कहा प्रदेशवासियों ने जो सपना देखा था वह पूरा नहीं हुआ है।
ग्रामीण नारायण सिंह व गोबिंद सिंह ने बताया दूधली क्षेत्र के कई युवा अभी भी आंदोलनकारी सूची में शामिल नहीं हुए हैं सरकार को इसकी जांच करनी चाहिए। इस दौरान भगवान सिंह लोधी, खड़क सिंह, पृथ्वी राज कार्की, जितेंद्र कुमार, गीता कार्की, तूली देवी आदि थे।