समळौ॑ण पौध रोपण किया। पौड़ी गढ़वाल के विकास खंड थलीसैंण के पट्टी कंडारस्यूूं के ग्राम कनाकोट में दिनेशचंद्र ख॑करियाल के पुत्र की शादी के बाद नव दम्पत्ति आशीष एवं आराध्या ने घर के आंगन में अमरूद का समलौण पौधा रोपकर शादी को यादगार बनाने के साथ साथ पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन का संदेश दिया, पौधे के संरक्षण की जिम्मेदारी आशीष की मां नीता देवी ने ली, कार्यक्रम का संचालन गांव की समलौण सेना की कोषाध्यक्ष लक्ष्मी देवी ने किया, उन्होंने कहा प्रकृति और मानव का संबंध हर संस्कारों के अवसर पर समलौण पहल एक भावनात्मक रूप से कार्य कर रहा है, जो पौधा आज उत्तराखंड के हर घर में लग रहा है।आज समलौण पहल रीति रिवाज एवं परम्परा के साथ साथ एक जन आंदोलन बन चुका है। कार्यक्रम में गांव की समलौण सेना की सदस्य लक्ष्मी देवी, ललिता देवी, पुष्पा देवी, पूनम देवी, मगनी देवी द्वारिका प्रसाद,काशीराम नौड़ियाल, पवन ख॑करियाल,शुभाष ख॑करियाल, अंकिता सेवानिवृत्त शिक्षक श्री गवर सिंह रावत समलौण आंदोलन के प्रणेता बीरेंद्र गोदियाल आदि ग्रामीण एवं मेहमान उपस्थित थे। परिवार में पौधारोपण जैसे पुण्य कार्य करने पर शादी संस्कार को चिर स्थाई बनाने के लिए प्रोत्साहन के रूप में₹1000 की नगद राशि देकर पुरस्कार स्वरूप भेंट किये।